कमल हासन की लोगों, प्रशंसकों से अपील : मुझे ‘उलगा नायकन’ कह कर संबोधित नहीं करें

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चेन्नई, 11 नवंबर (भाषा) जाने माने अभिनेता कमल हासन ने सोमवार को लोगों एवं प्रशंसकों से उन्हें ‘उलगा नायकन’ (सार्वभौमिक नायक) जैसी उपाधियों से संबोधित नहीं करने की अपील की और कहा कि उन्हें सिर्फ उनके नाम से संबोधित किया जाना चाहिए।

अभिनेता ने कहा कि सिनेमा, किसी भी व्यक्ति से बड़ा होता है और वह अब भी एक छात्र की तरह सीख रहे हैं।

मक्कल निधि मैयम (एमएनएम) पार्टी के अध्यक्ष हासन ने कहा कि उन्हें हमेशा ही इस तरह की स्नेह भरी उपाधियों से सम्मानित किए जाने पर गहरी कृतज्ञता का एहसास होता था। हासन ने 2018 में एमएनएम की स्थापना की थी।

अभिनेता ने एक बयान में कहा, ‘‘इस तरह का सम्मान और प्रशंसा तथा सम्मानित सहयोगियों एवं प्रशंसकों द्वारा सराहा जाना हमेशा विनम्रता का एहसास कराता है और आपने मुझे जो प्यार दिया है उसके लिए मैं दिल से आभारी हूं।’’

शीर्ष अभिनेता ने कहा कि उनकी विनम्र राय ​​है कि कलाकारों को कला से ऊपर नहीं रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जमीन से जुड़ा रहना पसंद करता हूं, अपनी खामियों के बारे में लगातार जागरूक रहता हूं और सुधार करने के अपने कर्तव्य को पूरा करता हूं। इसलिए, काफी विचार-विमर्श के बाद मैं ऐसी सभी उपाधियों या मेरे लिए इस्तेमाल विशेषणों को सम्मानपूर्वक अस्वीकार करना जरूरी महसूस करता हूं।’’

उन्होंने अपने प्रशंसकों, फिल्म जगत के सदस्यों, मीडियाकर्मियों, पार्टी कार्यकर्ताओं और ‘साथी भारतीयों’ से अनुरोध किया कि वे उन्हें ‘केवल कमल हासन या कमल’ ही कहें।

पूर्व में हासन को जिन उपाधियों से संबोधित किया जाता था, उनमें ‘कलाई ज्ञानी’ शामिल है, जिसका अर्थ है कला में पारंगत प्रतिभाशाली व्यक्ति। इसके अलावा, कई प्रशंसक उनकी अद्भुत बहुमुखी प्रतिभा की प्रशंसा करने के लिए उन्हें ‘सगालाकला वल्लवन’ के नाम से भी संबोधित करते हैं। एमएनएम के कार्यकर्ता उन्हें ‘नम्मावर’ कहते हैं, जिसका अर्थ होता है ‘हमारा आदमी।’

अपने इस फैसले पर हासन ने कहा कि सिनेमा किसी भी व्यक्ति से बड़ा होता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ एक छात्र हूं जो इस कला (सिनेमा) से ज्यादा से ज्यादा सीखना चाहता हूं और आगे बढ़ना चाहता हूं। दूसरी कलाओं की तरह सिनेमा भी सभी के लिए है।’’

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