बुमराह के लिए कप्तानी शायद सबसे मुश्किल काम है: पोंटिंग

दुबई,  ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज रिकी पोंटिंग का कहना है कि अगर रोहित शर्मा पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शुरुआती टेस्ट में नहीं खेल पाते हैं तो जसप्रीत बुमराह को भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करने के साथ टीम की अगुआई की दोहरी जिम्मेदारी भी निभानी चाहिए।

पोंटिंग ने हालांकि कहा कि इस तेज गेंदबाज के लिए कप्तानी करना मुश्किल काम होगा।

रोहित के पहले टेस्ट में खेलने को लेकर संदेह बना हुआ है जो 22 नवंबर से ऑप्टस स्टेडियम में खेला जाएगा। हाल में कप्तान ने खुद स्वीकार किया था कि वह अपनी भागीदारी को लेकर निश्चित नहीं हैं।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के ‘रिव्यू पॉडकास्ट’ के दौरान बुमराह के बारे में पोंटिंग ने कहा, ‘‘हां, कप्तानी शायद उनके लिए सबसे मुश्किल काम है। मुझे लगता है कि पैट कमिंस के लिए भी यह हमेशा सवाल रहा था जब वह ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान बने थे। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘वह खुद कितनी गेंदबाजी करता है? वह खुद बहुत ज्यादा गेंदबाजी करेगा? क्या वह ज्यादा गेंदबाजी नहीं करेगा? ’’

पोंटिंग ने कहा, ‘‘लेकिन जसप्रीत जैसा अनुभवी खिलाड़ी उस समय को समझेगा जब उसे गेंदबाजी करने की जरूरत है।’’

अगर रोहित मैच में नहीं खेलते हैं तो टीम की अगुआई की जिम्मेदारी उप-कप्तान बुमराह पर होगी।

पोंटिंग ने कहा कि 30 वर्षीय बुमराह के पास भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करते हुए टीम की कप्तानी की जिम्मेदारियों को संभालने के लिए काफी अनुभव है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम में उसके लिये काफी सारे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं। और मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप इस अनुभव का इस्तेमाल करें। भले ही आप कप्तान हों। सही समय पर सही सवाल पूछें क्योंकि चाहे हमने कितना भी क्रिकेट खेला हो, हम हमेशा सही नहीं होते। ’’

खेल के लंबे प्रारूप में बुमराह अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज बने हुए हैं और वह आईसीसी टेस्ट सूची में तीसरे स्थान पर काबिज है।

पोंटिंग का मानना ​​​​है कि बुमराह में मुश्किल परिस्थितियों से उबरने की काबिलियत है।

उन्होंने कहा, ‘‘बुमराह जैसे खिलाड़ी अतिरिक्त दबाव और जिम्मेदारी में अच्छा खेल दिखाते हैं। वैसे भी वह हमेशा लंबे समय से तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व करते रहे हैं। भले ही यह लाल गेंद का क्रिकेट हो, टी20 हो या फिर वनडे। वह मुख्य खिलाड़ी हैं। ’’