धोखाधड़ी वाली कॉल रोकने की प्रणाली ने 2,500 करोड़ रुपये की सार्वजनिक संपत्ति बचाई: सिंधिया

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नयी दिल्ली,  सरकार ने धोखाधड़ी वाली कॉल रोकने के लिए तकनीकी प्रणाली तैनात की है, जो रोजाना ऐसी 1.35 करोड़ कॉल को रोक रही है।

केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसने अब तक लोगों की 2,500 करोड़ रुपये की संपत्ति बचाने में मदद की है।

मंत्री ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि ज्यादातर फर्जी कॉल देश के बाहर के सर्वर से आते हैं, और प्रणाली ऐसी ज्यादातर धोखाधड़ी वाली कॉल को रोकने में सक्षम हैं।

सिंधिया ने कहा, ”आपके फोन पर आने वाली मार्केटिंग कॉल और धोखाधड़ी वाली कॉल से निपटने के लिए हमने एक पूर्ण प्रणाली लागू की है। हमारे दूरसंचार विभाग के धोखाधड़ी का पता लगाने वाले नेटवर्क ने आज ‘संचार साथी’ और ‘चक्षु’ के की मदद से लोगों की लगभग 2,500 करोड़ रुपये की संपत्ति बचाई है।”

उन्होंने कहा कि इन प्रणालियों के कारण करीब 2.9 लाख फोन नंबर बंद हो गए हैं और करीब 18 लाख हेडर ब्लॉक हो गए हैं, जिनका इस्तेमाल संदेश भेजने के लिए किया जाता था।

मंत्री ने कहा कि इसके अलावा ऐसे धोखेबाज जो भारत के बाहर के सर्वर का इस्तेमाल करते थे, लेकिन खुद को +91 नंबर (भारतीय नंबर) के रूप में पेश करते थे, उनकी पहचान भी की जा रही है।

उन्होंने बताया, ”हमने ऐसे सॉफ्टवेयर लगाए हैं जो इन कॉल को रोकते हैं। जो औसतन प्रतिदिन 1.35 करोड़ ऐसे कॉल को ब्लॉक कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि सरकार ने एक नया सॉफ्टवेयर लगाया है, जिसमें वह कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ ही बैंकों को भी जोड़ रही है।

सिंधिया ने कहा कि 520 एजेंसियों को इसमें शामिल किया गया है।

उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि मई तक आत्मनिर्भर बीएसएनएल 5जी और अप्रैल तक संतृप्ति योजना के तहत सभी के लिए 4जी शुरू करना उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। साथ ही दिसंबर तक दूरसंचार अधिनियम 2023 के तहत बचे हुए सभी नियमों को अधिसूचित करना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है।

उन्होंने कहा कि बीएसएनएल 4जी के लिए एक लाख बेस स्टेशन बनाने की योजना पर काम चल रहा है, जिसमें से 50,000 टावरों का निर्माण पूरा हो चुका है।