आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था नोटबंदी का ऐलान

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नयी दिल्ली, आठ नवंबर (भाषा) आठ नवंबर का दिन देश की अर्थव्यवस्था के इतिहास में एक खास दिन के तौर पर दर्ज है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2016 में इसी दिन रात आठ बजे दूरदर्शन के जरिए देश को संबोधित करते हुए 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद करने का ऐलान किया था।

नोटबंदी की यह घोषणा उसी दिन आधी रात से लागू हो गई। इससे कुछ दिन देश में अफरातफरी का माहौल रहा और बैंकों के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं। बाद में 500 रुपये और 2000 रुपये के नये नोट जारी किए गए। सरकार ने ऐलान किया कि उसने देश में मौजूद काले धन और नकली मुद्रा की समस्या को समाप्त करने के लिए यह कदम उठाया है।

देश दुनिया के इतिहास में आठ नवंबर की तारीख में दर्ज अन्य कुछ घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1927 : देश के अनुभवी राजनीतिज्ञों में शुमार लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म। सिंध प्रांत (अब पाकिस्तान) के कराची शहर में एक सिंधी हिंदू परिवार में पैदा हुए लाल कृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में देश के गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री रहे।

1972 : अमेरिका की केबल टेलीविजन कंपनी एचबीओ की शुरूआत। 1971 में आई फिल्म ‘समटाइम्स ए ग्रेट नोशन’ का प्रसारण किया गया।

1990 : आयरलैंड की जनता ने मैरी राबिन्सन को देश की पहली महिला राष्ट्रपति चुना।

1998: बांग्लादेश के प्रथम प्रधानमंत्री शेख मुजीब-उर-रहमान की हत्या के जुर्म में 15 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई।

1991 : राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर ने एक दिवसीय क्रिकेट में 331 रन की साझेदारी करके विश्व रिकार्ड बनाया।

2013 : फिलीपीन में भीषण तूफान हैयान ने कहर ढाया। दस हजार से ज्यादा लोगों की मौत और लाखों लोग बेघर हुए। तूफान ने बहुत बड़े तटीय इलाके में विध्वंस मचाया।

2016: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया और 500 व 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए। बाद में 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए गए। इसी क्रम में 200, 100, 50 और 10 रुपये के भी नये नोट जारी किए गए।

2016 : तमाम आकलन और रायशुमारियों को झुठलाते हुए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति चुने गए। तमाम अनुमानों में उनकी प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन की जीत की भविष्यवाणी की गई थी।

2023 : ब्रिटेन के ‘इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियर्स’ (आईसीई) के अध्यक्ष पद के लिए प्रोफेसर अनुषा शाह को चुना गया और इसी के साथ वह 205 साल के इतिहास में संस्थान की अध्यक्ष निर्वाचित होने वाली पहली भारतवंशी बन गईं।

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