मुंबई, चार नवंबर (भाषा) न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र के पिता अक्सर उनकी प्रशंसा नहीं करते लेकिन भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में ऐतिहासिक जीत के बाद जब उन्होंने अपने बेटे के लिए संदेश भेजा कि ‘मुझे तुम पर बहुत गर्व है’ तो इस ऑलराउंडर के लिए वह बेहद खास बन गया।
न्यूजीलैंड ने भारत को तीनों टेस्ट मैच में हराकर नया इतिहास रचा। उसकी इस उपलब्धि में भारतीय मूल के 24 वर्षीय खिलाड़ी रवींद्र ने भी अहम भूमिका निभाई। रवींद्र का जन्म वेलिंगटन में हुआ लेकिन उनका परिवार बेंगलुरु से जुड़ा हुआ है।
रवींद्र ने सेन रेडियो से कहा,‘‘मैंने अपने पिता को अक्सर यह कहते हुए नहीं सुना है कि मुझे तुम पर बहुत गर्व है, इसलिए हमारी जीत के बाद जब उनका यह संदेश मिला तो बहुत अच्छा लगा।’’
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के माता-पिता दीपा और रवि कृष्णमूर्ति बेंगलुरु के रहने वाले हैं। उनके दादा-दादी अब भी इस भारतीय शहर में रहते हैं।
रवींद्र ने खुलासा किया कि बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान उनके पिता स्टेडियम में मौजूद थे। रवींद्र ने इस मैच की पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाकर न्यूजीलैंड की आठ विकेट से जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पिता बेंगलुरु में पहला टेस्ट मैच देखने के लिए स्टेडियम में मौजूद थे और उन्हें वहां देखकर बहुत अच्छा लगा। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी मां ने भी स्वदेश में टीवी पर पूरा मैच देखा होगा। यह बेहद खास था और विशेष रूप से उस देश में ऐसा करना शानदार रहा जहां मेरे माता-पिता का जन्म हुआ।’’
रवींद्र ने कहा,‘‘हालांकि मैं हमेशा कहता रहता हूं कि मैं 100 प्रतिशत न्यूजीलैंड का रहने वाला हूं लेकिन लोगों को बार-बार याद दिलाना अच्छा लगता है।’’
रवींद्र ने तीन टेस्ट मैच की श्रृंखला में न्यूजीलैंड की तरफ से सर्वाधिक 256 रन बनाए और उनका औसत 51.20 रहा।