भाजपा ने हमारी सरकार की योजनाओं को बंद या कमजोर किया: गहलोत

जयपुर, दो नवंबर (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर उनकी पूर्ववर्ती सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं को बंद या कमजोर करने का आरोप लगाया है।

गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राज्य की जनता के बीच एक सर्वेक्षण कराकर यह पता लगाना चाहिए कि इन योजनाओं को बंद किए जाने से उनमें कितनी नाराजगी है।

इसके साथ ही गहलोत ने केंद्र सरकार पर भी अपने वादों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया।

उन्होंने शुक्रवार रात सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘राज्य में (पूर्ववर्ती) कांग्रेस सरकार ने पार्टी के घोषणापत्र के आधार पर कई कल्याणकारी योजनाएं बनाईं और समय पर लागू कीं। इस प्रकार राजस्थान में कांग्रेस की (पूर्व) सरकार ने पूरे देश के सामने एक मिसाल कायम की जिसका लाभ जनता को मिला।’’

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित इस ‘पोस्ट’ में लिखा, ‘‘राजस्थान में (मौजूदा) भाजपा सरकार ने (पूर्ववर्ती) कांग्रेस सरकार की सभी योजनाओं को बंद कर दिया या कमजोर कर दिया जिसे लेकर जनता तीव्र प्रतिक्रिया दे रही है। आपको राजस्थान की जनता में सर्वेक्षण कराना चाहिए ताकि पता चल सके कि कांग्रेस सरकार द्वारा अपने घोषणापत्र के अनुसार लागू की गई योजनाओं को बंद करने से लोगों में कितनी नाराजगी है।’’

उन्होंने ‘गारंटी’ के विषय को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच हाल में सार्वजनिक रूप से हुई बयानबाजी का जिक्र करते लिखा, ‘‘एक ऐसे प्रधानमंत्री द्वारा इस प्रकार की बयानबाजी बहुत दुखद है, जिनकी सरकार 2014 और 2019 में जनता से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस लोगों के सामने ‘बुरी तरह बेनकाब’ हो गई है, क्योंकि उसने उनसे ऐसे चुनावी वादे किए, जिनके बारे में खुद उसे भी लगता था कि वह कभी पूरा नहीं कर पाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उस सलाह के संदर्भ में कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी की राज्य इकाइयों को केवल वही वादे करने चाहिए, जो वित्तीय रूप से संभव हों।

कांग्रेस ने ‘गारंटी’ के विषय को लेकर मोदी के हमले पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा था कि प्रधानमंत्री मुख्य विपक्षी दल पर उंगली उठाने से पहले ध्यान दें कि ‘‘मोदी की गारंटी’’ 140 करोड़ भारतीय नागरिकों के साथ एक क्रूर मजाक है।

खरगे ने प्रधानमंत्री पर झूठ, छल और कपट का आरोप लगाया और यह दावा भी किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मतलब विश्वासघात और जुमला है।