जापान के सत्तारूढ़ गठबंधन ने निचले सदन में बहुमत गंवाया, राजनीतिक अनिश्चितता की स्थिति

तोक्यो,  जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के सत्तारूढ़ गठबंधन ने संसद के 465 सदस्यीय निचले सदन के चुनाव में रविवार को बहुमत गंवा दिया।

ये परिणाम सत्तारूढ़ पार्टी के व्यापक वित्तीय ‘‘घोटालों’’ पर मतदाताओं के आक्रोश को दर्शाते हैं।

इशिबा की ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एलडीपी) जापान की संसद में शीर्ष पार्टी बनी हुई है और सरकार में बदलाव की उम्मीद नहीं है लेकिन इन नतीजों से राजनीतिक अनिश्चितता पैदा होती है।

इन नतीजों के कारण इशिबा के लिए अपनी पार्टी की नीतियों को संसद में पारित कराना मुश्किल हो जाएगा और उन्हें तीसरा गठबंधन सहयोगी तलाशना पड़ सकता है। एलडीपी गठबंधन का अपेक्षाकृत कम शक्तिशाली ऊपरी सदन में बहुमत बरकरार है।

जापानी मीडिया के अनुसार, सत्तारूढ़ गठबंधन ने साझीदार ‘कोमिटो’ के साथ मिलकर 215 सीट हासिल कीं जबकि इससे पहले उसके पास 279 सीट थीं। यह 2009 में सत्ता से कुछ समय बाहर होने के बाद से गठबंधन का सबसे खराब चुनावी परिणाम है।

जापान की द्विसदनीय संसद में निचला सदन बहुत ताकतवर है।

इशिबा ने एक अक्टूबर को पदभार ग्रहण किया था। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती फुमियो किशिदा द्वारा ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ के कदमों के कारण जनता में उपजे आक्रोश को शांत करने में विफल रहने के बाद समर्थन जुटाने की उम्मीद में तुरंत चुनाव का आदेश दिया था।

इशिबा ने रविवार देर रात जापान के राष्ट्रीय एनएचके टेलीविजन से कहा, ‘‘हम नतीजों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। मेरा मानना ​​है कि मतदाता हमसे कह रहे हैं कि हम और अधिक चिंतन करें और ऐसी पार्टी बनें जो उनकी उम्मीदों पर खरी उतरे।’’

इशिबा ने कहा कि एलडीपी अब भी सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व करेगी और प्रमुख नीतियां बनाएगी, एक योजनाबद्ध अनुपूरक बजट तैयार करेगी और राजनीतिक सुधार करेगी।

उन्होंने संकेत दिया कि अगर जनता की उम्मीदों के मुताबिक विपक्षी समूहों के साथ सहयोग करना संभव हो तो उनकी पार्टी इसके लिए तैयार है।