नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली में बृहस्पतिवार को भी प्रदूषण का स्तर अधिक रहा और राष्ट्रीय राजधानी के कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 328 दर्ज किया गया और सुबह के समय ‘स्मॉग’ (प्रदूषण के कारण धुंध) की परत छाई रही।
वायु गुणवत्ता को चार विभिन्न चरणों में वर्गीकृत किया जाता है। पहला चरण ‘खराब’ (एक्यूआई 201-300), दूसरा चरण ‘बहुत खराब’ (एक्यूआई 301-400), तीसरा चरण ‘गंभीर’ (एक्यूआई 401-450) और चौथा चरण ‘अत्यंत गंभीर’ (एक्यूआई 450 से अधिक) श्रेणी का होता है।
द्वारका, रोहिणी, डीटीयू, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डा (टी 3), आईटीओ, मुंडका, नरेला, पटपड़गंज, शादीपुर, सोनिया विहार, वजीरपुर, अलीपुर, अशोक विहार, आया नगर, बुराड़ी, मंदिर मार्ग, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नजफगढ़ और नेहरू नगर राष्ट्रीय राजधानी के उन 24 इलाकों में शामिल हैं जहां बुधवार और बृहस्पतिवार की सुबह एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
सर्दियों के दौरान दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो जाती है। इसके कई कारण होते हैं, जैसे हवा की मंद गति, तापमान में गिरावट, नमी का उच्च स्तर और प्रदूषक कणों की उपस्थिति, जो संघनन के लिए सतह के रूप में कार्य करते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता खराब होने से श्वसन संबंधी समस्याओं में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसमें बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हैं।
प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी)-दो के तहत प्रदूषण रोधी प्रतिबंध मंगलवार को लागू हो गए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम में सामान्य से तीन डिग्री अधिक है।
आईएमडी ने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता 70 प्रतिशत दर्ज की गई। विभाग ने अगले तीन दिनों तक आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए जाने की उम्मीद है।