कर्नाटक उपचुनाव: कांग्रेस ने चन्नापटना और संदुर सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा की

बेंगलुरु,कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़कर पार्टी में शामिल हुए सी.पी. योगीश्वर और बेल्लारी के सांसद ई. तुकाराम की पत्नी ई. अन्नपूर्णा को कर्नाटक में क्रमश: चन्नापटना और संदुर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है।

पार्टी ने शिग्गांव सीट के लिए अपनी अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है तथा नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है।

संदुर सीट भाजपा के तुकाराम, शिग्गांव सीट पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और चन्नापटना सीट जनता दल (सेक्युलर) के नेता एवं केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के इस्तीफा देने के कारण खाली हो गई। इन सभी ने इस साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद इस्तीफा दिया था।

कांग्रेस ने बुधवार देर रात दो सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए।

भाजपा ने संदुर और शिग्गांव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी, जबकि पार्टी ने चन्नापटना सीट जद (एस) को दे दी है, जिसने अब तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

एक नाटकीय घटनाक्रम में योगीश्वर बुधवार को भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। अब कांग्रेस ने उन्हें चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा द्वारा चन्नापटना सीट गठबंधन सहयोगी जद (एस) को दिए जाने के बाद, अभिनेता से नेता बने योगीश्वर ने गठबंधन नेताओं से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के संबंध में विचार करने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि टिकट नहीं मिलने पर वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं।

सूत्रों ने कहा कि योगीश्वर को जद(एस) के टिकट पर मैदान में उतारने की योजना थी, लेकिन वह इसमें रुचि नहीं ले रहे थे। इसके बजाय वह चाहते थे कि कुमारस्वामी उन्हें भाजपा उम्मीदवार के रूप में समर्थन दें, जो कुमारस्वामी और उनकी पार्टी को स्वीकार्य नहीं था।

कांग्रेस के एक वर्ग की ओर से चन्नापटना से शिवकुमार के भाई एवं पूर्व सांसद डी.के. सुरेश को टिकट देने की मांग की जा रही है। लेकिन कहा जा रहा है कि उन्होंने इस क्षेत्र में योगीश्वर की ‘‘लोकप्रियता, प्रभाव और जीतने की संभावना’’ को देखते हुए उन्हें मैदान में उतारने का फैसला किया है। योगीश्वर पहले भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

‘‘डी.के़ बंधु’’ शिवकुमार और सुरेश, वोक्कालिगा जाति बहुल क्षेत्र में कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने की उम्मीद कर रहे हैं, जो उनका गृह क्षेत्र है। लोकसभा चुनाव में सुरेश भाजपा-जद (एस) के संयुक्त उम्मीदवार एवं कुमारस्वामी के रिश्तेदार डॉ सी. एन. मंजूनाथ से बेंगलुरु ग्रामीण में हार गए थे। चन्नापटना विधानसभा सीट बेंगलुरु ग्रामीण के अंतर्गत आती है।

कुमारस्वामी के बेटे एवं अभिनेता से नेता बने निखिल कुमारस्वामी का नाम चन्नापटना सीट के लिए जद (एस)-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चर्चा में है। निखिल पास के रामनगर विधानसभा क्षेत्र से 2023 का विधानसभा चुनाव हार गए थे।

ऐसी भी अटकलें हैं कि जद (एस) अपने किसी स्थानीय नेता को उम्मीदवार बना सकती है। संदुर में कांग्रेस ने अन्नपूर्णा को मैदान में उतारा है, जिनके पति तुकाराम ने अपने परिवार के किसी सदस्य को टिकट दिलाने के लिए काफी पैरवी की थी।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि शिग्गांव में पार्टी दुविधा में है कि टिकट किसी मुस्लिम समुदाय के नेता को दिया जाए या पंचमसाली लिंगायत उम्मीदवार को। कांग्रेस ने यहां अब तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

पूर्व विधायक सैयद अजीमपीर खादरी और 2023 के पराजित उम्मीदवार यासिर अहमद खान पठान के नाम भी इस सीट के लिए चर्चा में हैं, साथ ही पूर्व मंत्री और विधायक विनय कुलकर्णी की बेटी वैशाली कुलकर्णी तथा उनकी पत्नी शिवलीला के नाम की भी चर्चा है।

भाजपा ने बोम्मई के बेटे भरत बोम्मई को शिग्गांव से और पार्टी के अनुसूचति जनजाति (एसटी) मोर्चा के अध्यक्ष बंगारू हनुमंतु को संदुर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है।