हमारा फोकस प्रयोग पर था लेकिन प्रदर्शन बेहतर हो सकता था : हरमनप्रीत

नयी दिल्ली, जर्मनी की युवा टीम के हाथों पहले टेस्ट में 2 . 0 से पराजय के बाद भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत ने स्वीकार किया कि प्रदर्शन बेहतर हो सकता था लेकिन यह भी कहा कि प्रो लीग मुख्य लक्ष्य होने के कारण फोकस प्रयोगों पर है जो जारी रहेंगे ।

अंडर 21 विश्व चैम्पियन खिलाड़ियों से भरी जर्मनी की युवा टीम ने भारत को पहले टेस्ट में आठ पेनल्टी कॉर्नर और एक पेनल्टी स्ट्रोक पर एक भी गोल नहीं करने दिया और 2 . 0 से जीत दर्ज की ।

मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत ने कहा ,‘‘ हम हर मैच जीतना चाहते हैं लेकिन हमारे पास प्रयोग करने के लिये यही एक मौका है चूंकि हमारा मुख्य लक्ष्य प्रो लीग है । प्रो लीग में अच्छा खेलने से हम सीधे विश्व कप के लिये क्वालीफाई कर सकते हैं ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘यह अच्छी बात है कि हमें जर्मनी जैसी मजबूत टीम के साथ खेलने का मौका मिल रहा है ।हमारी टीम में कुछ युवा खिलाड़ी हैं और कुछ ने वापसी की है । उनके लिये यह अच्छा अवसर है क्योंकि मजबूत टीम के खिलाफ जितना खेलेंगे, उतना ही लय में आयेंगे और सीखेंगे ।’’

यह पूछने पर कि दिन में मैच होने से प्रदर्शन पर असर तो नहीं पड़ा, हरमनप्रीत ने ना में जवाब दिया ।

उन्होंने कहा ,‘‘ दिन में मैच होने से कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि हमें इसकी आदत है । लेकिन पहली बार यहां पर खेल रहे थे और हमने एक ही अभ्यास सत्र खेला । वैसे यह कोई बहाना नहीं है क्योंकि दोनों टीमों के लिये समान हालात थे ।’’

उन्होंने कहा कि पेनल्टी कॉर्नर और फील्ड गोल करने पर टीम को ध्यान देना होगा लेकिन दूसरे मैच में भी प्रयोग जारी रहेंगे ।

पेरिस ओलंपिक में दस गोल करने वाले ड्रैग फ्लिकर ने कहा ,‘‘हम इससे बेहतर कर सकते थे । पेनल्टी कॉर्नर और आक्रमण में सुधार करना होगा । जर्मनी के गोलकीपर की भी तारीफ करनी होगी जिसने कई गोल बचाये ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ जर्मनी की यह पूरी ओलंपिक टीम नहीं है लेकिन अधिकांश खिलाड़ियों के साथ हम प्रो लीग खेल चुके हैं ।हमें काफी हद तक उनके बारे में पता था । हम लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके इसलिये गलतियां हुई ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ हमारे लिये यह प्रयोग के लिये सही समय है । हम कल भी सभी ड्रैग फ्लिकरों को मौका देंगे और फील्ड गोल करने की कोशिश करेंगे । कई अच्छे मूव बने लेकिन अंजाम तक नहीं पहुंचा पाये जिसमें सुधार की कोशिश रहेगी ।’’

वहीं टीम के प्रदर्शन से आहलादित जर्मन कोच आंद्रे हेनिंग ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनकी युवा टीम ने चुनौतियों का कामयाबी से सामना किया ।

उन्होंने कहा ,‘‘ पेरिस ओलंपिक के बाद हमारा एक भी अभ्यास सत्र नहीं हुआ और यहां लंबी उड़ान के बाद पहुंचे । जर्मनी में मौसम काफी ठंडा है और समय का भी काफी अंतर है । काफी चुनौतियां थी लेकिन हमारी टीम ने तुरंत हालात के अनुरूप ढलते हुए शानदार अनुशासित खेल दिखाया ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ टीम ने एकदम जर्मनी मार्का हॉकी खेली । मैं इस प्रदर्शन से काफी खुश हूं । कुछ खिलाड़ी पहली बार एक दूसरे के साथ खेल रहे थे और जिस तरह का तालमेल दिखाया , मुझे उन पर गर्व है ।’’

भारत के कोच क्रेग फुल्टोन ने कहा कि भारत ने टुकड़ों में अच्छा खेल दिखाया लेकिन प्रदर्शन में आक्रामकता का अभाव था ।

उन्होंने कहा ,‘‘पहले चार पांच मिनट में हम अच्छा खेल रहे थे लेकिन हमने एक गलती की और उन्होंने गोल कर दिया । दूसरे क्वार्टर में हमने अच्छा खेल दिखाया ।’’

उन्होंने कहा कि टीम को हार्दिक सिंह की कमी खली जो चोट के कारण बाहर हैं।

उन्होंने कहा ,‘‘ हमें मिडफील्ड में हार्दिक की रफ्तार की कमी खली । प्रदर्शन उतना बुरा नहीं था लेकिन आक्रामकता की कमी थी ।’’

कोच ने कहा ,‘‘उनके गोलकीपर और डिफेंस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया । हमने पेनल्टी कॉर्नर में हरमनप्रीत के साथ वरूण कुमार और संजय को भी आजमाया और हम विविधता पर फोकस कर रहे हैं । कोशिश करेंगे कि कल पेनल्टी कॉर्नर बेहतर हो और फील्ड गोल भी कर सकें ।’’