नौसेना के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, लेकिन आत्मनिर्भर होने की भी जरूरत: उप प्रमुख

नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (भाषा) नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्ण स्वामीनाथन ने मंगलवार को कहा कि जहां तक नौसेना का सवाल है तो उसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा ‘‘सर्वोच्च प्राथमिकता’’ का विषय है लेकिन नौसेना आत्मनिर्भर बनकर राष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करना चाहेगी।

नौसेना के प्रमुख सेमिनार ‘स्वावलंबन’ के तीसरे संस्करण से पहले कोटा भवन में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर, यह एक दूसरे के खिलाफ टकराव पैदा करने के लिए नहीं होगा। हमें दोनों को एक ही समय पर पूरा करना होगा।’’

भारत के बहु-भूमिका वाले युद्धपोत ‘आईएनएस ब्रह्मपुत्र’ के बारे में एक सवाल के जवाब में नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल (वीसीएनएस) कृष्ण स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘पोत वापस आने वाला है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वह वापस आए।’’

भारतीय नौसेना के प्रमुख ‘स्वावलंबन’ सेमिनार का तीसरा संस्करण 28 और 29 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य नौसेना में नवाचार और स्वदेशीकरण को बढ़ावा देना है।

यह पूछे जाने पर कि नौसेना ‘आत्मनिर्भरता’ के लक्ष्य के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा की जरूरतों को कैसे पूरा करती है, नौसेना के उप प्रमुख स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘जहां तक ​​नौसेना का सवाल है और मुझे उम्मीद है कि जहां तक ​​हर भारतीय का सवाल है, राष्ट्रीय सुरक्षा की जरूरतें सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। हम किसी भी चीज को राष्ट्रीय सुरक्षा के रास्ते में नहीं आने देना चाहते।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम पर छोड़ दीजिए। देश की नौसेना के तौर पर हम आत्मनिर्भर बनकर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी हर जरूरत को पूरा करना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर है यह एक दूसरे के खिलाफ टकराव पैदा करने के लिए नहीं होगा। हमें एक ही वक्त पर दोनों को पूरा करना होगा।’’

वीसीएनएस ने कहा कि इसलिए नौसेना का लक्ष्य अपनी समग्र क्षमताओं में सुधार करना है और नौसेना स्वदेशीकरण के माध्यम से ऐसा करना चाहेगी।