वाशिंगटन, 23 अक्टूबर (भाषा) अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव से दो सप्ताह पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस एवं रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के धुंआधार चुनाव प्रचार अभियान के बीच कम से कम 2.1 करोड़ अमेरिकी मतदाता पहले ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में चुनाव प्रयोगशाला से मिले आंकड़े के अनुसार, करीब 78 लाख मतदाताओं ने प्रारंभिक व्यक्तिगत मतदान के माध्यम से वोट किया है, जबकि शेष 1.3 करोड़ वोट डाक मतपत्रों के माध्यम से डाले गए हैं।
भारत में होने वाले आम चुनाव में जहां मतदान से 36 घंटे पहले चुनाव प्रचार थम जाता है वहीं इससे अलग अमेरिका में चुनाव प्रचार और मतदान कम से कम चार सप्ताह एक साथ चलते रहते हैं।
अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि विजेता का फैसला सात राज्यों – एरिजोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, नॉर्थ कैरालाइना और जॉर्जिया के नतीजों के आधार पर होगा।
अमेरिका में प्रारंभिक मतदान अमेरिकी मतदाताओं के लिए एक अनूठा प्रावधान है, जिसमें मतदाता या तो डाक-मतपत्र के जरिए अपना वोट देते हैं, जिसकी तुलना कुछ मायनों में भारत के डाक-मतपत्रों से की जा सकती है या वे निर्धारित मतदान केन्द्रों पर जाकर मतदान करते हैं, जो कई राज्यों में वास्तविक मतदान के दिन से कुछ सप्ताह पहले खुलते हैं।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में चुनाव प्रयोगशाला के अनुसार एशियाई अमेरिकियों में प्रारंभिक मतदान प्रतिशत सिर्फ 1.7 प्रतिशत है।
हालांकि, कई स्थानों पर कई भारतीय अमेरिकी वोट डालने के लिए कतारों में खड़े देखे गए।
चंचल झिंगन (88) और उनकी बेटी वंदना झिंगन डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माने जाने वाले शिकागो के इलिनोइस उपनगर में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए कतार में खड़ी थीं। वंदना ने कहा कि वह उस व्यक्ति को वोट देंगी जो अमेरिका को ‘‘फिर से महान’’ बना सकता है।
टेक्सास में वोट देने गए जितेंद्र आर. दिगांवकर को भी लंबी कतार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘‘हर मिनट लोग आ रहे हैं। मैं हर अमेरिकी नागरिक को सलाह देता हूं कि वह दोबारा पंजीकरण करवाकर वोट जरूर दें।’’
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार, रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े लोग अपेक्षा से अधिक जल्दी मतदान कर रहे हैं।
एरिजोना में प्रारंभिक मतदान पर नजर रखने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े राजनीतिक रणनीतिकार सैम एल्मी ने अखबार को बताया, ‘‘उन्होंने (रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े लोगों ने) अपने मतदाताओं को जल्दी मतदान के लिए प्रेरित करने में बेहतर काम किया है।’’