काठमांडू, 18 अक्टूबर (भाषा) भारतीय स्ट्राइकर बाला देवी ने यहां सैफ महिला फुटबॉल चैंपियनशिप के पहले मैच में पाकिस्तान पर टीम की 5-2 से जीत के दौरान अपने 50वें अंतरराष्ट्रीय गोल को दिवंगत पिता को समर्पित किया।
बाला देवी ने मैच में अपना एकमात्र गोल 35वें मिनट में किया जबकि अन्य गोल करने वालों में ग्रेस डांगमेई (पांचवें और 42वें मिनट), मनीषा कल्याण (17वें मिनट) और ज्योति चौहान (78वें मिनट) शामिल थीं।
इस 34 वर्षीय फुटबॉलर ने जीत के बाद अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) से कहा, ‘‘यह गोल मेरे पिता के लिए है। वह अभी इस दुनिया में नहीं है लेकिन मुझे पता है कि उन्हें मुझ पर फक्र होता। ’’
वहीं ज्योति ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना पहला गोल करने के बाद अपने पिता के भारत के लिए खेलने के सपने को याद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने प्रदर्शन से सचमुच बहुत खुश और संतुष्ट हूं। मेरे पिता का सपना था कि किसी दिन मैं भारतीय टीम के लिए खेलूंगी और देश के लिए गोल करूंगी जो मैंने कल किया। ’’
मैच में दो गोल करने वाली ग्रेस को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया और उन्होंने अपना गोल पूरी टीम और स्टाफ सदस्यों को समर्पित किए।
ग्रेस ने कहा, ‘‘मैं सैफ महिला चैंपियनशिप 2024 का पहला गोल करके खुश हूं। मैं इसे अपनी पूरी टीम और स्टाफ सदस्यों को समर्पित करना चाहती हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले एक महीने से कड़ी मेहनत कर रहे हैं। कोच ने हमें आक्रामक खेल खेलने के लिए कहा था। कुछ गलतियां हुईं लेकिन हमने हमले करने पर ध्यान लगाये रखा। ’’
मनीषा भी स्टार आकर्षण में से एक रही जो हाल में यूनान के क्लब एसी पीएओके में शामिल हुई थीं। उन्होंने मैच में भारत के लिए दूसरा गोल किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यूनान से कुछ महीनों के बाद लौट रही हूं और मैंने काफी सुधार किया है। अब मैं मैदान पर अधिक विकल्प देख सकती हूं जैसा कि कल हुआ। ’’
भारतीय मुख्य कोच संतोष कश्यप अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश थे क्योंकि उन्होंने रणनीति का बेहतरीन ढंग से कार्यान्वयन किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह शानदार शुरूआत थी। खिलाड़ियों ने उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन किया और ग्रेस द्वारा हमारे लिए पहला गोल करना प्रेरणादायी था जिससे हमने बढ़त बनाई। ’’
भारतीय महिला फुटबॉल का सामना अब बुधवार को बांग्लादेश से होगा और कोच का कहना है कि उनकी टीम को कुछ चीजों पर काम करना बाकी है।