शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा

मुंबई, 14 अक्टूबर (भाषा) सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से उबरकर पांच पैसे मजबूत होकर 84.05 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। रुपये में यह गिरावट कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और डॉलर के मजबूत होने से बाजार में जोखिम कम होने की धारणा के कारण यह गिरावट आई थी।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि विदेशी पूंजी का काफी अधिक बहिर्गमन हुआ है और कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसकी वजह अमेरिकी उत्पादन पर तूफान मिल्टन का प्रभाव और पश्चिम एशिया में इजरायल और ईरान के बीच तनाव है।

हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हस्तक्षेप और रिकॉर्ड उच्च भंडार के कारण स्थानीय मुद्रा को निचले स्तरों पर समर्थन मिला है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 84.06 प्रति डॉलर पर खुला और फिर शुरुआती सौदों यह 84.05 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले पांच पैसे की बढ़त दर्शाता है।

रुपया शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे टूटकर 84.10 पर बंद हुआ था।

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 103.02 पर रहा।

अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78.08 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,162.66 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।