जामनगर, गुजरात में जामनगर के नाम से मशहूर तत्कालीन नवानगर रियासत के महाराजा ने शनिवार को दशहरे के अवसर पर अपने भतीजे और पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया।
जडेजा (53) ने 1992 से 2000 के बीच भारत के लिए 196 वनडे और 15 टेस्ट मैच खेले। वह जामनगर राजघराने से ताल्लुक रखते हैं।
जामनगर के महाराजा शत्रुशल्यसिंहजी जडेजा, क्रिकेटर के पिता दौलतसिंहजी जडेजा के चचेरे भाई हैं। दौलतसिंह जडेजा 1971 से 1984 तक जामनगर से तीन बार सांसद रहे।
शत्रुशल्यसिंह जडेजा ने एक बयान में घोषणा की, ‘‘आज दशहरे के दिन मैं खुश हूं, क्योंकि अजय जडेजा की बदौलत मेरी एक दुविधा का समाधान मिल गया है, जिन्होंने मेरा उत्तराधिकारी बनना स्वीकार किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अजय जडेजा द्वारा जामनगर के लोगों की सेवा की जिम्मेदारी लेना वास्तव में यहां के लोगों के लिए एक वरदान है। मैं उनके प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।’’
महाराजा शत्रुशल्यसिंहजी भी एक क्रिकेटर थे, जिन्होंने 1966-67 में रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की कप्तानी की थी और सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख के रूप में कार्य किया था।
अपने पिता की मृत्यु के बाद 3 फरवरी 1966 को उन्हें नवानगर का मुखिया बनाया गया और उनकी शादी नेपाल के शाही परिवार की सदस्य से हुई, जिनसे बाद में उन्होंने तलाक ले लिया।
यह परिवार महान क्रिकेटर रणजीत सिंह जडेजा के वंशज हैं, जिन्होंने 1907 से 1933 तक नवानगर पर शासन किया था।