नयी दिल्ली, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में उनके योगदान की सराहना की है।
भारत के सबसे बड़े समूह टाटा संस के मानद अध्यक्ष (चेयरमैन) रतन टाटा का बुधवार रात 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
धनखड़ ने टाटा को भारतीय उद्योग जगत की एक महान हस्ती बताया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में टाटा का योगदान देश और विदेशों के उद्यमियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने धनखड़ के हवाले से सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भारतीय उद्योग जगत के ‘दिग्गज’ टाटा अपने पीछे एक स्थायी विरासत छोड़ गए हैं, भारत उन्हें बहुत याद करेगा।’’
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि देश ने एक महान उद्योगपति और समाजसेवी को खो दिया है, जिन्होंने न केवल भारतीय उद्योग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, बल्कि अपनी निस्वार्थ सेवा और उदारता से समाज के हर वर्ग को प्रेरित किया।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘रतन टाटा की सादगी, दूरदर्शिता और सेवा भावना युगों तक प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है।’’
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने रतन टाटा को ‘अनमोल रतन’ बताया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि दूरदर्शी नेतृत्व का एक युग समाप्त हो गया है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘टाटा का निधन अपूरणीय क्षति है, उनके उल्लेखनीय योगदान ने न केवल उद्योगों को बदल दिया, बल्कि भारत को नवाचार और उत्कृष्टता के वैश्विक शिखर पर भी पहुंचाया है।’’