भारत को एशिया का सबसे शक्तिशाली देश होने का प्रमाणपत्र ऐसे ही नहीं मिला है
Focus News 10 October 2024हॉल ही में ऑस्ट्रेलिया के थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट के नए सालाना एशिया पावर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में इजाफा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया पावर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग तीसरी हो गई है। स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। हाल ही में कई एजेंसियों ने इसे लेकर सर्वे भी किए हैं, जो इसका सीधा सा उदाहरण हैं। यह सर्वे बताते हैं कि भारत तेजी से उभर रहा है और 2047 तक हिंदुस्तान ‘विकसित भारत’ बनेगा।प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अपने सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत आर्थिक महाशक्ति बन रहा है और जल्द ही विश्व गुरु के स्थान को हासिल कर दुनिया का नेतृत्व करेगा।
लोवी इंस्टीट्यूट के नए सालाना एशिया पावर इंडेक्स के मुताबिक, भारत एशिया में तीसरा सबसे शक्तिशाली देश बना है। भारत ने इस इंडेक्स में रूस और जापान को पीछे छोड़ दिया है। इस इंडेक्स में जापान चौथे नंबर पर, ऑस्ट्रेलिया पांचवें नंबर पर और रूस छठे नंबर पर है। इसके अलावा पाकिस्तान का 16वां नंबर है। इसके साथ ही भारत अब विश्व में सिर्फ अमेरिका और चीन से पीछे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल ही अमेरिका का सफल दौरा कर भारत लौटे है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के बीच अमेरिका से उनके पुराने रिश्ते एक बार फिर चर्चा में हैं। मोदी आर्काइव ने प्रधानमंत्री मोदी की करीब 30 वर्ष पहले की यात्रा का ब्यौरा एक्स पर पोस्ट किया है। उस समय नरेन्द्र मोदी एक युवा नेता के तौर पर अमेरिका गए थे। इस यात्रा ने प्रधानमंत्री मोदी ग्लोबल विजन को आकार देने में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में आज भारत वैश्विक कूटनीति की दुनिया का न सिर्फ अहम खिलाड़ी है बल्कि नरेन्द्र मोदी को ऐसे वैश्विक नेता के तौर पर स्वीकार किया जाता है जो रूस- यूक्रेन संघर्ष को खत्म कराने में अहम भूमिका निभा सकता है।
अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक समुदाय के लिए भारत द्वारा प्रस्तुत विशाल संभावनाओं और अवसरों का पता लगाने के लिए उद्योग जगत के नेताओं के साथ बातचीत की थी । न्यूयॉर्क में एक गोलमेज सम्मेलन में प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शीर्ष सीईओ के साथ अपनी बातचीत में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बौद्धिक संपदा अधिकारों की सुरक्षा और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता के बारे में आश्वासन दिया।
इस यात्रा के दौरान उन्होंने ‘क्वाड’ (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) के सदस्य देशों के शासन प्रमुखों की बैठक और भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित किया। मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। उन्होंने रविवार को ‘क्वाड’ शिखर सम्मेलन के इतर अपने जापानी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं और आपसी लाभ एवं हिंद-प्रशांत क्षेत्र की ‘‘शांति, स्थिरता और समृद्धि’’ के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। मोदी ने न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बातचीत के दौरान, यूक्रेन में संघर्ष के शीघ्र समाधान तथा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की बहाली के लिए भारत का समर्थन दोहराया।
कुल मिलाकर मोदी के इस दौरे को काफी सफल बताया जा रहा है। यही कारण है कि मोदी सरकार 3 में भाजपा के सहयोगी दलों ने भी प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे की जमकर तारीफ की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पोस्ट में लिखा कि नरेन्द्र मोदी की अभी हाल की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच निवेश बढ़ाने को लेकर लिए गए निर्णय स्वागत योग्य हैं। दोनों देशों के बीच लिए गए निर्णयों से अत्याधुनिक तकनीकी क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा और विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
नीतीश ने कहा कि बिहार के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं और उनसे उत्पन्न होने वाले नये अवसरों से उत्साहित हैं। विश्व के नेताओं और भारतीय प्रवासियों द्वारा प्रधानमंत्री मोदी जी का गर्मजोशी से किया गया। यह स्वागत उनके नेतृत्व को मजबूती प्रदान करता है। इस यात्रा के दूरगामी एवं सकारात्मक प्रभाव होंगे। इस सफल यात्रा के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी को बधाई।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने लिखा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी सफल यात्रा के बाद देश लौटने पर मैं नरेंद्र मोदी का स्वागत करता हूं। हम भाग्यशाली हैं कि हम ऐसे राजनेता के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रों के समुदाय में भारत की स्थिति मजबूत की है और समुदायों और देशों को एक साथ लाकर निर्विवाद रूप से एक बड़े विश्व नेता के रूप में उभरे हैं। संयुक्त राष्ट्र में उनका संबोधन इस बात का प्रमाण है कि विश्व नेता भारत को कितना महत्व देते हैं और आने वाले वर्षों में हम वैश्विक मंच पर क्या भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस यात्रा ने एक बार फिर प्रदर्शित किया कि प्रधान मंत्री एक प्रतिष्ठित वैश्विक राजनेता और असाधारण योग्यता के ट्रेंडसेटर क्यों हैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने अपनी यात्रा के दौरान प्रौद्योगिकी और व्यापारिक नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत पर अपनी सहमति व्यक्त की और कहा कि निवेश आकर्षित करने के प्रधानमंत्री के प्रयासों से अंततः महाराष्ट्र को लाभ होगा। शिंदे ने यह भी कहा कि उन्हें खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान लगभग 300 पुरावशेषों की वापसी सुनिश्चित की।
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने लिखा कि वैश्विक नेता और मां भारती के प्रिय पुत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएसए की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन के बाद आज वापस भारत लौट रहें हैं। अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में क्वाड लीडर्स समिट और भविष्य के शिखर सम्मेलन (SOTF) में भाग लिया जो अपने आप में अद्वितीय रही. साथ ही, उन्होंने अपनी यात्रा में जो महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें कीं, वह राष्ट्र के प्रगति के लिए सार्थक होंगीं। नरेन्द्र मोदी जी के संयुक्तराष्ट्र महासभा से हटकर वियतनाम के राष्ट्रपति टो लाम से मुलाकात और दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ाने तथा संपर्क, व्यापार और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा से देश के व्यापार को लाभ मिलेगा।
उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी के संयुक्त राष्ट्र के भविष्य के शिखर सम्मेलन के संबोधन को दुनिया याद रखेगी। यूएसए यात्रा के दौरान मोदी जी के प्रति दुनिया के प्यार को देखकर हर भारतीय खुद को गौरवांन्वित महसूस कर रहा है। तब ही तो पुरी दुनिया कह रही है, मोदी भारत की आन बान और शान है ।
एचडी कुमारस्वामी ने लिखा कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका की एक और सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी जी का स्वागत करता हूं। इतने कम समय में उन्होंने जिन व्यापक मुद्दों को संभाला, वह वास्तव में आश्चर्यजनक है। तीन दिनों में उन्होंने परमाणु ऊर्जा, सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन, सेमीकंडक्टर्स, एआई, जैव प्रौद्योगिकी, क्वांटम टेक्नोलॉजी, इंडो-पैसिफिक आर्थिक ढांचा, हमारी सांस्कृतिक धरोहर की वापसी और कई अन्य विषयों पर चर्चा की। इन सबके अलावा भू-राजनीतिक मामलों पर रणनीतिक विचार-विमर्श भी हुआ। भारतीय प्रवासियों के साथ उनके आत्मीय संबंधों की तस्वीरें भी दिल को छू लेने वाली थीं। धन्यवाद सर, विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपकी निरंतर मेहनत अत्यंत प्रेरणादायक है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने ‘एशिया पावर इंडेक्स-2024’ में भारत की बढ़त का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और वैश्विक रणनीति को दिया है।केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि यह विश्व मंच पर पीएम मोदी का अथक प्रयास हैं, जिसने भारत को मानचित्र पर वापस ला दिया है। उन्होंने भारत की गुटनिरपेक्ष नीति को अपनाया है और इसे वैश्विक कूटनीति में लाभ उठाने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण में बदल दिया है।