आईएमएफ के सहायता पैकेज के लिए “प्रतिबद्ध” हैं, शर्तों पर फिर से बातचीत की उम्मीद : श्रीलंका

कोलंबो, तीन अक्टूबर (भाषा) श्रीलंका की नई सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ अपनी पहली बैठक में कहा कि वह वैश्विक ऋणदाता के 2.9 अरब डॉलर के सहायता पैकेज को लेकर प्रतिबद्ध है। श्रीलंका की पूर्व सरकार ने इस पैकेज पर सहमति व्यक्त की थी।

सरकार ने साथ ही कहा कि हालांकि उन्हें कुछ शर्तों पर फिर से बातचीत करने की उम्मीद है।

आईएमएफ के दल और श्रीलंका सरकार के बीच बुधवार को बैठक हुई। दो सप्ताह पहले नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के अनुरा कुमारा दिसानायके श्रीलंका के राष्ट्रपति चुने गए हैं।

एनपीपी पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे सरकार के आईएमएफ सहायता पैकेज की कड़ी आलोचना करती रही है, जिसे उन्होंने ‘‘मौत का जाल’’ भी करार दिया था। हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव के दौरान और अपने घोषणापत्र में पार्टी ने आलोचना का स्तर कम कर दिया तथा शर्तों पर पुनः बातचीत करने की अपनी मंशा का उल्लेख किया था।

मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के व्यापक मोर्चे एनपीपी के नेता दिसानायके ने 23 सितंबर को श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।

सरकारी दल का प्रतिनिधित्व प्रोफेसर ए. जे. फर्नांडो की अध्यक्षता में आर्थिक परिषद के सदस्यों द्वारा किया गया। फर्नांडो को दो दिन पहले ही राष्ट्रपति दिसानायके का आर्थिक व वित्त सलाहकार नियुक्त किया गया था।

राष्ट्रपति के मीडिया प्रभाग (पीएमडी) की ओर से बैठक के बारे में यहां जारी बयान में कहा गया, ‘‘ (आईएमएफ के दल की) यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य आईएमएफ कार्यक्रम की प्रगति पर चर्चा शुरू करना और 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर की विस्तारित निधि सुविधा की चौथी किस्त जारी करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाना है।’’

फर्नांडो ने पत्रकारों से कहा कि एनपीपी सरकार आईएमएफ की 2.9 अरब डॉलर की चार वर्षीय सुविधा के लिए प्रतिबद्ध रहेगी, जिसे पर मार्च 2023 में रानिल विक्रमसिंघे प्रशासन ने सहमति जतायी थी।

श्रीलंका को पहले ही करीब 36 करोड़ डॉलर की तीन किस्ते मिल चुकी हैं। चौथी किस्त जारी करने के लिए तीसरी समीक्षा इस महीने के अंत में वाशिंगटन में होने की उम्मीद है।

एनपीपी सूत्रों ने बताया कि फर्नांडो वार्ता के लिए सरकारी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।

पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे नीत सरकार जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव की घोषणा के समय 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर की तीसरी किस्त जारी करने के लिए आईएमएफ के साथ बातचीत कर रही थी। तीसरी समीक्षा के बाद करीब 36 करोड़ अमरीकी डॉलर के वितरण की उम्मीद थी, जिसे आईएमएफ ने चुनाव के अंत तक रोक दिया था।

फर्नांडो ने कहा कि एनपीपी देश के लिए राजस्व जुटाने के वैकल्पिक तरीकों का सुझाव देने की संभावना पर गौर करने को उत्सुक है और इसके लिए आगे भी बातचीत की आवश्यकता होगी।

पीएमडी के बयान में कहा, बैठक में अब तक के आईएमएफ कार्यक्रम की समीक्षा की गई और भविष्य में सहयोग के लिए आगे की रूपरेखा तैयार की गई। इसमें कहा गया, ‘‘ आईएमएफ प्रतिनिधिमंडल ने श्रीलंका में हो रहे महत्वपूर्ण बदलावों की सराहना की, जिससे वर्तमान सरकार के तहत श्रीलंका के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिला है।’’

इसमें कहा गया कि यह बैठक आर्थिक स्थिरता के लिए श्रीलंका की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने तथा आईएमएफ से निरंतर समर्थन प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

आईएमएफ दल का नेतृत्व उसके श्रीलंका मिशन के प्रमुख पीटर ब्रेउर ने किया।