आंध्र के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण 11 दिवसीय तपस्या के तहत तिरुपति मंदिर पहुंचे

तिरुपति (आंध्र प्रदेश), दो अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण बुधवार को अपनी बेटियों के साथ तिरुमाला मंदिर पहुंचे।

अपनी यात्रा के दौरान, उपमुख्यमंत्री अपने साथ भगवान के लिए ‘वाराही घोषणा’ लेकर पहुंचे, जिसके बारे में वह बृहस्पतिवार को तिरुपति में एक बैठक में बताएंगे।

जनसेना की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘उपमुख्यमंत्री एवं जनसेना अध्यक्ष पवन कल्याण ने आज तिरुमाला श्रीवारी (देवता) के दर्शन किए। पवन कल्याण अपने साथ वाराही घोषणा की फाइल भी लेकर पहुंचे।’’

कल्याण पूर्ववर्ती युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार द्वारा किए गए कथित पापों के प्रायश्चित के लिए 11 दिवसीय तपस्या कर रहे हैं और इसके लिए फिलहाल वह मंदिर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।

मंदिर में जाने से पहले कल्याण की सबसे छोटी बेटी पलिना अंजनी कोनिडेला ने तिरुमाला मंदिर में घोषणा की कि वह भगवान वेंकटेश्वर में आस्था रखती हैं।

बताया जाता है कि उपमुख्यमंत्री की सबसे छोटी बेटी पलिना अंजनी कोनिडेला हिंदू नहीं हैं।तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर के आधिकारिक संरक्षक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के नियमों के अनुसार गैर-हिंदुओं को मंदिर में जाने से पहले देवता में अपनी आस्था के संबंध में घोषणा करनी होती है।

जनसेना की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘पलिना अंजनी कोनिडेला ने तिरुमाला में श्रीवारी (देवता) के दर्शन के लिए घोषणापत्र दिया। उन्होंने टीटीडी कर्मचारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। चूंकि पलिना अंजनी नाबालिग हैं, इसलिए उनके पिता पवन कल्याण ने भी दस्तावेजों पर अपनी सहमति दर्ज कराई है।’’

यह घोषणा इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कई हिंदू संगठनों ने मांग की थी कि ईसाई धर्म से ताल्लुक रखने वाले वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी को मंदिर की यात्रा से पहले इसी तरह का घोषणा पत्र जारी करना चाहिए। हालांकि यह यात्रा रद्द कर दी गई थी।