बेंगलुरू, 29 सितंबर (भाषा) दलीप ट्रॉफी अगले साल से अपने पारंपरिक क्षेत्रीय प्रारूप में लौटने के लिए तैयार है क्योंकि राज्य इकाइयों ने इस सत्र में शुरू की गई चार टीम के प्रारूप को स्वीकार नहीं किया है।
लाल गेंद वाली इस प्रतियोगिता में चार टीमें भारत ए, भारत बी, भारत सी, भारत डी शामिल थीं। भारत ए ने इस महीने के शुरू में भारत सी को हराकर ट्रॉफी जीती थी।
आमतौर पर मध्य, पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और पूर्वोत्तर जितने भी क्षेत्र हैं उनसे छह टीमें टूर्नामेंट में भाग लेती हैं जिससे इन क्षेत्रों के खिलाड़ियों को अधिक मौके मिलते हैं।
बेंगलुरू में बीसीसीआई की एजीएम के बाद पीटीआई को एक राज्य इकाई के अधिकारी ने बताया, ‘‘राज्य इकाइयों को लगा कि इस सत्र में इस्तेमाल किए गए प्रारूप में उनके संबंधित क्षेत्रों के खिलाड़ियों को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला। पारंपरिक क्षेत्रीय प्रारूप खिलाड़ियों को क्षेत्र के अनुसार अधिक मौके प्रदान करता है। यही बात एजीएम में बताई गई। ’’
बीसीसीआई ने इस सत्र में दलीप ट्रॉफी में बदलाव किया था जिसमें भारत के कुछ स्टार खिलाड़ी भी शामिल थे।