नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) अगले दो माह में हुंदै मोटर इंडिया, स्विगी और एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी सहित आधा दर्जन से अधिक कंपनियां लगभग 60,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी कर रही हैं। इससे आईपीओ बाजार में हलचल बनी रहेगी। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों ने यह जानकारी दी।
इन तीन कंपनियों के अलावा एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, वारी एनर्जीज, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस, वन मोबिक्विक सिस्टम्स और गरुड़ कंस्ट्रक्शन उन कंपनियों में हैं, जो अक्टूबर-नवंबर के दौरान आईपीओ लाने की तैयारी में हैं।
ये कंपनियां मिलकर आईपीओ से 60,000 करोड़ रुपये तक जुटा सकती हैं।
इक्विरास के प्रबंध निदेशक और प्रमुख (इक्विटी कैपिटल मार्केट्स) मुनीश अग्रवाल को उम्मीद है कि सितंबर के अंत से दिसंबर के बीच 30 से अधिक आईपीओ आएंगे। ये आईपीओ विभिन्न क्षेत्रों और आकार के होंगे। इनमें नए शेयर जारी किए जाएंगे और बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल होगी।
दक्षिण कोरिया की हुंदै मोटर कंपनी की भारतीय अनुषंगी हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड आईपीओ से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। यह देश का अबतक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। यह भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के आंकड़े को पार कर सकता है।
आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, वाहन कंपनी का पूरा निर्गम हुंदै मोटर कंपनी की ओर से 14,21,94,700 शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में होगा। इसमें कोई नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे।
अन्य प्रमुख आईपीओ में खाने-पीने के सामान की ऑनलाइन डिलिवरी करने वाली कंपनी स्विगी की शेयर बिक्री शामिल है। सूत्रों के अनुसार, स्विगी नए शेयरों की बिक्री और ओएफएस के जरिये 10,414 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य बना रही है। स्विगी के आईपीओ में 3,750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 6,664 करोड़ रुपये के 18.52 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश शामिल होगी।
इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की एनटीपीसी की नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी नवंबर के पहले सप्ताह में अपना 10,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की योजना बना रही है।
शापूरजी पालोनजी समूह की निर्माण कंपनी एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर भी 7,000 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ आईपीओ की होड़ में शामिल होगी, जबकि वारी एनर्जीज ओएफएस के अलावा नए शेयरों के निर्गम के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर है।
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस और वन मोबिक्विक सिस्टम्स क्रमशः 3,000 करोड़ रुपये और 700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं।
इसके अलावा बजाज हाउसिंग फाइनेंस, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और फर्स्टक्राई की मूल कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस सहित 62 कंपनियों ने पहले ही मुख्य मंच के आईपीओ के जरिये सामूहिक रूप से 64,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह 2023 में इस मार्ग से 57 कंपनियों द्वारा जुटाए गए 49,436 करोड़ रुपये के आंकड़े से 29 प्रतिशत अधिक है।
आनंद राठी एडवाइजर्स के निदेशक और प्रमुख-ईसीएम, निवेश बैंकिंग वी प्रशांत राव ने कहा कि आगे यानी 2025 में भी आईपीओ बाजार के लिए दृष्टिकोण मोटे तौर पर सकारात्मक बना हुआ है क्योंकि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अबतक 22 आईपीओ को मंजूरी दी है। इसमें कंपनियां लगभग 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं।