विश्व पर्यटन दिवस पर बस्तर के चित्रकोट और ढूढमारस गांवों को मिला विशेष सम्मान

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रायपुर, 28 सितंबर (भाषा) विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर शुक्रवार को बस्तर के चित्रकोट और ढूढमारस गांवों को सामुदायिक पर्यटन मॉडल और ‘एडवेंचर’ पर्यटन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ को पर्यटन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए भारत सरकार ने सम्मानित किया है।

उन्होंने बताया कि बस्तर के चित्रकोट और ढूढमारस गांवों को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ (पर्यटन के लिए सर्वश्रेष्ठ गांव) प्रतियोगिता 2024 में विशेष सम्मान दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि यह पुरस्कार केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा विज्ञान भवन, नयी दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में दिया गया।

उन्होंने बताया कि चित्रकोट को सामुदायिक पर्यटन मॉडल के लिए और ढूढमारस को ‘एडवेंचर’ पर्यटन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए यह सम्मान दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने चित्रकोट और ढूढमारस गांवों के लोगों और पर्यटन विभाग की टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने की उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूती देता है।

साय ने कहा कि इस उपलब्धि से राज्य के पर्यटन उद्योग को और गति मिलेगी तथा इसके लिए राज्य में ‘वेलनेस टूरिज्म’, ‘एडवेंचर टूरिज्म’ और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा देने में स्थानीय समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

ढूढमारस गांव अपनी रोमांचक ‘एडवेंचर’ गतिविधियों के लिए पर्यटकों को आकर्षित करता है। वहीं चित्रकोट का जलप्रपात अपने प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर के कारण विश्वप्रसिद्ध है।