प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन के साथ की ‘सार्थक’ वार्ता, वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श

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विलमिंगटन (अमेरिका), 22 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ‘‘बेहद सार्थक’’ बैठक की और इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया।

मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। राष्ट्रपति बाइडन ने शनिवार को डेलावेयर के ग्रीनविले स्थित अपने आवास पर उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया। इसके बाद बाइडन, मोदी का हाथ थामकर उन्हें आवास के अंदर ले गए जहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई।

मोदी और बाइडन के बीच एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत हुई, इसके बाद बाइडन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी पहले के मुकाबले अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है। जब भी हम मिलते हैं, मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को तलाशने की हमारी क्षमता से प्रभावित होता हूं। आज भी ऐसा ही हुआ।’’

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि दोनों नेताओं ने यहां क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात की और आपसी हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ चर्चा आपसी हितों के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित रही। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श किया।’’

बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया कि भारत-अमेरिका साझेदारी ‘‘वैश्विक भलाई के लिए महत्वाकांक्षी एजेंडे पर काम कर रही है’’, उन्होंने इसे ‘‘21वीं सदी की निर्णायक साझेदारी’’ बताया।

विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अमेरिका आज एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का आनंद ले रहे हैं जिसके तहत साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, हितों के अभिसरण और लोगों के बीच जीवंत संबंधों द्वारा संचालित मानव प्रयास के सभी क्षेत्र आते हैं।

वहीं, बाइडन ने पोलैंड और यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्राओं तथा यूक्रेन के लिए शांति तथा मानवीय समर्थन के संदेश के लिए मोदी की प्रशंसा की। यह दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन तथा पोलैंड की पहली यात्रा थी।

बैठक के बाद प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन से लेकर कई वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की। आपने देखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में यूक्रेन की यात्रा की। साथ ही उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर भी बातचीत की।’’

जून 2023 में अमेरिका की अपनी आधिकारिक यात्रा और जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए सितंबर 2023 में राष्ट्रपति बाइडन की भारत यात्रा को याद करते हुए मोदी ने कहा कि इन यात्राओं ने भारत-अमेरिका साझेदारी को अधिक गतिशीलता तथा गहराई प्रदान की है।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं डेलावेयर के ग्रीनविले में अपने आवास में मेरी मेजबानी करने के लिए राष्ट्रपति बाइडन का आभार व्यक्त करता हूं। हमारी बातचीत अत्यधिक सार्थक रही। हमें बैठक के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला।’’

यह पूछने पर कि क्या मोदी-बाइडन की द्विपक्षीय बैठक के दौरान खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भी चर्चा की गयी, इस पर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कोई जानकारी नहीं दी।

मोदी के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी थे।

मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ भी अलग-अलग बैठकें कीं।

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