चोपड़ा और साबले डायमंड लीग सत्र फाइनल में भारतीय चुनौती पेश करेंगे

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ब्रसेल्स, 12 सितंबर ( भाषा ) भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा और स्टीपलचेस खिलाड़ी अविनाश साबिले शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे डायमंड लीग सत्र के फाइनल में दुनिया के दिग्गज खिलाड़ियों के सामने भारत की चुनौती पेश करेंगे ।

पहली बार डायमंड लीग फाइनल दो दिन में होगा जिसमें ओलंपिक पदक विजेताओं समेत दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी 32 स्पर्धाओं में उतरेंगे ।

पोल वॉल्ट रिकार्डधारी अर्मांड डु प्लांटिस , अमेरिकी फर्राटा धाविका शा कारी रिचर्डसन और बाधा दौड़ स्टार सिडनी मैकलागलिन लेवरोन इसमें नजर आयेंगे ।

राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी 3000 मीटर स्टीपलचेस खिलाड़ी साबले पेरिस ओलंपिक में 11वें स्थान पर रहे थे । वह पहली बार डायमंड लीग सत्र के फाइनल में उतरेंगे और उनकी स्पर्धा शुक्रवार को है ।

तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण के बाद पेरिस में रजत पदक जीतने वाले चोपड़ा शनिवार को उतरेंगे तो जीत के साथ सत्र का समापन करना चाहेंगे ।

डायमंड लीग फाइनल में पहली बार दो भारतीय खिलाड़ी भाग लेंगे ।

साबिले डायमंड लीग तालिका में 14वें स्थान पर रहे जिनके तीन अंक हैं । उनसे ऊंची रैंकिंग वाले इथियोपिया के लामेचा गिरमा (चोटिल), न्यूजीलैंड के जोर्डी बीमिश , जापान के रियुजी मूरा और अमेरिका के हिलेरी बोर ने नाम वापिस ले लिया जिससे उन्हें शीर्ष 12 के कटआफ में जगह मिली ।

साबले सात जुलाई को डायमंड लीग के पेरिस चरण में छठे स्थान पर रहे थे और उन्होंने अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ा था । वह सिलेसिया चरण में 14वें स्थान पर रहे ।

दूसरी ओर चोपड़ा 14 अंक लेकर चौथे स्थान के साथ फाइनल में पहुंचे हैं । वह दोहा और लुसाने में दूसरे स्थान पर रहे थे ।

डायमंड लीग सत्र का फाइनल जीतने वाले को डायमंड ट्रॉफी और 30000 डॉलर नकद पुरस्कार मिलता है । इसके अलावा विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिये वाइल्ड कार्ड भी दिया जाता है । उपविजेता को 12000 डॉलर मिलते हैं ।

चोपड़ा ने पिछले सप्ताह ज्यूरिख चरण में भाग नहीं लिया था । वह चेक गणराज्य के याकूब वाडलेश, ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स और जर्मनी के जूलियर वेबर से पीछे हैं ।

चोपड़ा इस सत्र में फिटनेस समस्याओं से जूझ रहे हैं और ग्रोइन की चोट से निजात पाने के लिये डॉक्टर को दिखायेंगे ।

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