कांग्रेस ने हमेशा आंबेडकर का अपमान किया, उसे अपने ‘पापों’ के लिए माफी मांगनी चाहिए: मोहन यादव

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भोपाल, 23 ​​जून भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को दावा किया कि कांग्रेस ने हमेशा डॉ. बी आर आंबेडकर का ‘अपमान’ किया और उन्हें उनके जीवनकाल में कोई भी लोकसभा चुनाव जीतने नहीं दिया।

भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद यादव ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी कांग्रेस को अपने ‘पापों’ के लिए माफी मांगनी चाहिए।

मुखर्जी ने 1951 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी।

भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता और समाज सुधारक आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू (डॉ अंबेडकर नगर) में हुआ था। छह दिसंबर, 1956 को नयी दिल्ली में उनका निधन हो गया।

मुख्यमंत्री ने दावा किया,‘‘जब आंबेडकर का दिल्ली में निधन हुआ, तो कांग्रेस ने उनका अंतिम संस्कार करने से भी इनकार कर दिया, जिससे उनकी पत्नी को उनके पार्थिव शरीर को विमान से मुंबई (तब बॉम्बे) ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। कांग्रेस नेताओं ने उनकी पत्नी से उनके पार्थिव शरीर को ले जाने वाले विमान (किराया) का भी पैसा लिया।’’

उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस को अपने पापों के लिए माफी मांगनी चाहिए। इसने हमेशा आंबेडकर जी का अपमान किया है।’’

मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद के बीच आंदोलन की घोषणा करने के लिए भी कांग्रेस पर निशाना साधा।

इस प्रतिमा की स्थापना का विरोध करने वाले वकीलों के एक समूह और इसके समर्थन में एक अन्य समूह के बीच पिछले एक महीने से खींचतान चल रही है।

प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि पार्टी इस महीने के अंत में एक अभियान शुरू करेगी। कांग्रेस का दावा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)-भाजपा द्वारा ग्वालियर उच्च न्यायालय के पीठ परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने में “बाधाएं” पैदा की जा रही हैं।

यादव ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि उसने राज्य में अपने 55 साल के शासन के दौरान आंबेडकर की जन्मस्थली महू के लिए क्या किया।

उन्होंने कहा कि उसने उनकी जन्मस्थली को भी नजरअंदाज करने की कोशिश की।

यादव ने कहा कि कांग्रेस ने दीक्षाभूमि (नागपुर) के लिए कुछ नहीं किया और वे(कांग्रेस के नेता) ग्वालियर की बात कर रहे हैं।

सन्1956 में आंबेडकर ने दीक्षाभूमि पर बौद्ध धर्म अपनाया, जिससे यह उनके लाखों अनुयायियों के लिए एक पूजनीय स्थल बन गया।

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘कांग्रेस ने हमेशा आंबेडकर जी का अपमान किया है। हमारे देशवासी, राज्य के लोग और सभी वर्ग कांग्रेस के झूठे दिखावे के बारे में जानते हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि इस पार्टी ने यह सुनिश्चित किया कि आंबेडकर अपने जीवनकाल में किसी भी चुनाव में विजयी न हों।

उच्च न्यायालय की ग्वालियर बेंच में अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर उठे विवाद पर यादव ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश ने एक समिति बनायी है। सरकार उस समिति द्वारा लिये गये निर्णय का पालन करेगी। हमने, पार्टी ने पहले दिन से ही कहा है कि आंबेडकर के लिए हम जो भी कर सकते हैं, करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर आंदोलन की घोषणा करके कांग्रेस आंबेडकर, आपातकाल और अनुच्छेद 370 से जुड़े मुद्दों पर अपने ‘‘पापों’’ को छिपाने की कोशिश कर रही है, जिसका आंबेडकर और मुखर्जी दोनों ने विरोध किया था।

यादव ने कहा कि आंबेडकर के अनुच्छेद 370 के विरोध के बावजूद कांग्रेस ने इसे लागू किया।

उन्होंने दावा किया, ‘‘आंबेडकर की आत्मा उस दिन रोई थी, जब पूरे जम्मू-कश्मीर के अनुसूचित जनजातियों को अनुच्छेद 370 के जरिये उनके अधिकारों से वंचित किया गया था।’’

यादव ने कहा, “मुखर्जी की मौत एक स्पष्ट हत्या थी, लेकिन उसके पीछे का सच देश के सामने नहीं आने दिया गया। यह कांग्रेस का इतिहास है।”

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