नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि इस यात्रा ने साबित कर दिया कि भारतीय स्वाभाविक रूप से प्रेम करने वाले लोग हैं और ‘‘ हमारा यह मकसद है कि देश के हर कोने में प्रेम की आवाज सुनाई दे।’’
गांधी ने कहा, “‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने मुझे मौन की सुंदरता से रूबरू कराया। मैंने उत्साही भीड़ और नारों के बीच अपने साथ मौजूद व्यक्ति पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना और उसकी बात सुनना सीखा।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने कहा, “उन 145 दिन में और उसके बाद के दो वर्ष में, मैंने विभिन्न पृष्ठभूमि के हजारों भारतीयों की बात सुनी। प्रत्येक व्यक्ति से ज्ञान हासिल किया, हर किसी ने मुझे कुछ नया सिखाया और सभी हमारी प्यारी भारत माता से जुड़े थे।’’
उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने साबित कर दिया कि भारतीय स्वाभाविक रूप से प्यार करने वाले लोग हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने यह यात्रा शुरू की थी तो कहा था कि प्रेम नफरत पर विजय प्राप्त करेगा और आशा भय पर जीत हासिल करेगी, आज हमारा मकसद एक ही है – यह सुनिश्चित करना कि भारत माता की आवाज, प्रेम की आवाज हमारे प्यारे देश के हर कोने में सुनाई दे।’’
गांधी ने सात सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से यात्रा शुरू की थी। 145 दिन की इस यात्रा का समापन 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में हुआ था।
यात्रा के दौरान गांधी ने 12 जनसभाओं, 100 से अधिक नुक्कड़ सभाओं और 13 संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया था।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ में अलग-अलग क्षेत्र की हस्तियों ने हिस्सा लिया, जिनमें कमल हासन, पूजा भट्ट, रिया सेन, स्वरा भास्कर, रश्मि देसाई, आकांक्षा पुरी और अमोल पालेकर जैसे फिल्म एवं टीवी कलाकार शामिल थे।
पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर, पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (सेवानिवृत्त) एल रामदास, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम ने भी इस यात्रा में हिस्सा लिया था।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी व संजय राउत तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) की सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी अलग-अलग पड़ाव पर इस यात्रा से जुड़े थे।