आदित्यनाथ मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को लेकर गंभीर, हर हाल में अंकुश लगाने के निर्देश दिये

लखनऊ, दो सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों के आतंक की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न जिलों में घटित मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को ऐसे हादसों पर हर हाल में अंकुश लगाने के निर्देश दिये।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने बैठक में प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना और विभाग के अधिकारियों को मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिये ऐसी घटनाओं के बढ़ने के कारणों पर मंथन करने के निर्देश दिये।

आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के विभिन्न जिलों से आदमखोर भेड़िये या तेंदुए के हमले की सूचना मिल रही है। इन घटनाओं पर हर हाल में अंकुश लगाया जाए।

उन्होंने इन घटनाओं को नियंत्रित करने, वन्यजीव को पकड़ने एवं आवश्यक कदम उठाने के निर्देश देते हुए प्रभावित जिलों में प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग द्वारा व्यापक जन जागरूकता पैदा करने के भी आदेश दिये।

बैठक के बाद वन मंत्री सक्सेना ने बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बिजनौर तथा अन्य जिलों में तत्काल वन विभाग के अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती के निर्देश दिये। साथ ही संयुक्त गश्त बढ़ाने का भी आदेश दिया।

मानव-वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी, सीतापुर के जिलाधिकारी अभिषेक आनंद और लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने अपने-अपने जिले में पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत और राजस्व विभाग को जरूरी दिशा निर्देश जारी किये।

इसमें आरक्षित वन क्षेत्रों से सटे गांवों में मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए बैठकों का आयोजन करने और वन्य जीवों के प्रति ग्रामीणों को सजग करने के निर्देश भी शामिल हैं।

निर्देशों में यह भी कहा गया है कि ग्रामीणों को यह समझाया जाए कि वह अपने खेतों में कृषि कार्य के लिए समूहों में आवाज करते हुए जाएं ताकि वन्य जीव रास्ते से हट जाएं। संवेदनशील क्षेत्रों में इस संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा गया है।