नयी दिल्ली, 23 अगस्त (भाषा) दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऑटो-टैक्सी हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
लोगों को ‘ऐप’ आधारित सेवाओं के माध्यम से ‘कैब’ और ऑटोरिक्शा बुक करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन ने ‘ ऐप एग्रीगेटर’ से उचित भुगतान की मांग को लेकर दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया था। यूनियन ने यह आरोप भी लगाया है कि मोटरसाइकिल टैक्सी की शुरुआत से ‘कैब’ और ऑटोरिक्शा चालकों की आजीविका पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा ने दावा किया कि इन दो दिनों में 95 प्रतिशत ऑटो-टैक्सी सड़कों से नदारद रहे।
उन्होंने कहा, “शनिवार को एक बैठक के बाद हम आगे की रणनीति पर फैसला करेंगे। हमें निजामुद्दीन, आनंद विहार, नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन जैसे कुछ इलाकों में तोड़फोड़ की कुछ घटनाओं के बारे में जानकारी मिली है। हम ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं और हड़ताल में भाग नहीं लेने वाले संगठनों के सदस्य उन घटनाओं में शामिल थे।”
वर्मा ने कहा कि मध्य रात्रि को उनकी हड़ताल समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा, “अगर केंद्र और दिल्ली सरकार हमें 10 से 15 दिनों के भीतर बातचीत के लिए नहीं बुलाती है, तो हम प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेंगे।”
दिल्ली और एनसीआर में 15 यूनियन हड़ताल में शामिल हैं। यात्रियों ने दावा किया कि कुछ ऑटो चालक सामान्य किराए से अधिक किराया वसूल रहे हैं, जबकि कुछ निश्चित गंतव्यों पर जाने से इनकार कर रहे हैं।
विनय कुमार नामक एक यात्री ने कहा, ‘‘मैंने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से जंगपुरा स्थित अपने घर तक पहुंचने के लिए एक ‘ऐप’ पर ऑटो ‘बुक’ करने की कोशिश की, लेकिन ‘बुकिंग’ नहीं हो सकी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि मुझे एक ऑटो मिला, लेकिन जंगपुरा के लिए मुझे निर्धारित किराए से 100 रुपये अतिरिक्त भुगतान करना पड़ा।’’
गुरुग्राम से दिल्ली यात्रा करने वाली मीडिया पेशेवर खुशबू ने कहा, ‘‘कैबचालक दिल्ली जाने से इनकार कर रहे हैं। चालकों को डर है कि उन्हें विरोध का सामना करना पड़ सकता है।’’