अमेरिका: ‘डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन’ का तीसरा दिन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रारंभ हुआ

शिकागो, 22 अगस्त (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा के लिए जारी ‘डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन’ (डीएनसी) के बुधवार को तीसरे दिन की शुरुआत पहली बार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुई, जिसमें पुजारी ने देश की एकजुटता की प्रार्थना की।

भारतीय-अमेरिकी पुजारी राकेश भट्ट ने शिकागो में आयोजित डीएनसी के तीसरे दिन की कार्यवाही औपचारिक रूप से शुरू करते हुए कहा, ‘‘भले ही हमारे बीच मतभेद हों, लेकिन जब राष्ट्र की बात आती है तो हमें एकजुट होना चाहिए और यह हमें सभी के लिए न्याय की दिशा में ले जाता है।’’

पुजारी ने कहा, ‘‘हमें एकजुट होना चाहिए। ईश्वर करे कि हमारे मस्तिष्क एक जैसा सोचें। हमारे दिल एक साथ धड़कें। सब कुछ समाज की बेहतरी के लिए होना चाहिए। ईश्वर करे कि हम शक्तिशाली बनें ताकि हम एकजुट होकर अपने देश को गौरवान्वित कर सकें।’’

मैरीलैंड के श्री शिव विष्णु मंदिर के पुजारी भट्ट बेंगलुरु के मूल निवासी हैं। वह एक माधव पुजारी हैं जिन्होंने अपने गुरु एवं उडुपी अष्ट मठ के पेजावर स्वामीजी से ऋग्वेद और तंत्रसार (माधव) आगम का ज्ञान प्राप्त किया।

भट्ट ने कहा, ‘‘पूरा ब्रह्मांड एक परिवार हैं। सत्य हमारा आधार है और यही स्थाई भी है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह हमें असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर और मृत्यु से अमरत्व की ओर ले जाए। ओम शांति शांति शांति।’’

तमिल, तेलुगु, कन्नड़, हिंदी, अंग्रेजी, तुलु और संस्कृत भाषाओं के जानकार भट्ट के पास तीन भाषाओं-संस्कृत, अंग्रेजी और कन्नड़ में स्नातक और परास्नातक की डिग्री है।

डेमोक्रेटिक पार्टी के वित्तीय मामलों के उप प्रमुख अजय भुटोरिया ने कहा, ‘‘राकेश भट्ट द्वारा आज डीएनसी में वैदिक विधि से पूजा अर्चना किया जाना एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो समावेशिता और विविधता के प्रति डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’

भुटोरिया ने कहा, ‘‘भारतीय अमेरिकी समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को ऐसे प्रमुख मंच पर सम्मानित होते देखना उत्साहजनक है। यह क्षण अमेरिकी समाज के भीतर हमारे समुदाय के बढ़ते प्रभाव और उसकी बढ़ती मान्यता को दर्शाता है।’’