जयपुर, 21 अगस्त (भाषा) केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया।
बिट्टू यहां विधानसभा भवन पहुंचे और निर्वाचन अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा के कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी तथा संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल भी मौजूद थे।
विधानसभा में उन्होंने भाजपा विधायक दल की बैठक में भी भाग लिया और उन्हें राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी का आभार जताया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, अन्य नेताओं और विधायकों ने बिट्टू को बधाई दी।
शर्मा ने विधायक दल की बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य मदन राठौड़ भी मौजूद थे।
नामांकन के बाद मुख्यमंत्री शर्मा ने बिट्टू को बधाई देते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ राजस्थान से राज्यसभा उप-चुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी व माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के नामांकन दाखिल करने के अवसर पर उपस्थित रहा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपकी विशिष्ट कार्यशैली न केवल प्रदेश अपितु समग्र देश की विकास यात्रा को गति प्रदान करेगी…।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘विजयश्री की अग्रिम शुभकामनाएं…।’’
राजस्थान से राज्यसभा की यह सीट केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस) के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद इस्तीफा देने से खाली हुई है। इस सीट पर सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2026 तक रहेगा।
इस सीट पर उपचुनाव के लिए आज नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है और राज्य विधानसभा में सत्तारूढ़ पार्टी के बहुमत के कारण बिट्टू का निर्विरोध निर्वाचित होना तय माना जा रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस ने उपचुनाव में उम्मीदवार न उतारने का फैसला किया है।
हालांकि, निर्दलीय उम्मीदवार बबीता वाधवानी ने 17 अगस्त को नामांकन दाखिल किया है लेकिन नामांकन में प्रस्तावकों का विवरण नहीं है।
उपचुनाव के लिए 21 अगस्त तक नामांकन पत्र भरे जा सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 22 अगस्त को होगी, जबकि 27 अगस्त तक अभ्यर्थी नाम वापस ले सकेंगे। आवश्यक होने पर मतदान तीन सितम्बर प्रातः नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना इसी दिन होगी। राजस्थान में कुल 10 राज्यसभा सीट हैं और उनमें से एक खाली है। नौ सीट में से भाजपा के पास चार और कांग्रेस के पास पांच सीट हैं।