नागपुर, 17 अगस्त (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को इस बात को लेकर हैरानी जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘एक देश एक चुनाव’ पर जोर दिये जाने के बावजूद राज्यों के आगामी चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए जा रहे हैं।
पवार ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं उसमें कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में ‘एक देश एक चुनाव’ की वकालत की थी।
निर्वाचन आयोग ने सितंबर-अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों और हरियाणा में एक चरण में मतदान कराने की शुक्रवार को घोषणा की थी।
आयोग ने जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की आवश्यकता और महाराष्ट्र में त्योहारों के दौरान होने वाली भीड़ का हवाला देते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा बाद में की जाएगी।
पवार ने कहा, ‘‘दो राज्यों (जम्मू-कश्मीर और हरियाणा) में चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है, लेकिन झारखंड और महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है। इसलिए, उनकी (प्रधानमंत्री मोदी की) बातों में कोई सच्चाई नहीं है।’’
विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगी दलों शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (एसपी) ने पहले चुनाव कार्यक्रम को लेकर निर्वाचन आयोग की आलोचना की थी और कहा था कि ऐसा लगता है कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति अपने झूठे वादों के साथ महाराष्ट्र के लोगों को ‘‘मूर्ख’’ बनाने के लिए और समय चाहती है।
महंत रामगिरि महाराज द्वारा पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर नासिक और छत्रपति संभाजीनगर में तनाव के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि यह समाज के हित में नहीं है।
बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बारे में पवार ने कहा कि भारत में कुछ जगहों पर इस पर कुछ प्रतिक्रियाएं हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हमें कभी नहीं लगा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ, उस पर महाराष्ट्र से प्रतिक्रिया आएगी।’’