छत्रपति संभाजीनगर, 15 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री संजय शिरसाट ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) आगामी मुंबई नगर निगम चुनाव हार जाएगी, क्योंकि पार्टी के पास अब कोई कार्यकर्ता नहीं बचा है और जनता से उसका कोई जुड़ाव नहीं है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सदस्य शिरसाट ने पत्रकारों से बातचीत में यह भी स्वीकार किया कि सत्तारूढ़ महायुति में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए टिकटों की मांग अधिक है और असंतुष्ट नेताओं के ‘‘पाला बदलने’’ की आशंका है।
शिरसाट ने दावा किया, ‘‘उद्धव ठाकरे हर किसी से अहंकार से पेश आते हैं। शिवसेना (उबाठा) बृहन्मुंबई महानगरपालिका चुनाव हार जाएगी। उनके पास अब कोई पार्टी कार्यकर्ता नहीं बचा है, वे लोगों से नहीं मिलते और न ही पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन करते हैं। पिछले चुनावों में चुने गए लगभग 55-57 पार्षद हमारे साथ हैं। अब उन्हें अपने उम्मीदवार खुद ढूंढने होंगे।’’
सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा, ‘‘मुंबई शिवसेना (उबाठा) के लिए अस्तित्व की आखिरी लड़ाई है। हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि चुनाव के बाद पार्टी किस दिशा में जाएगी। ठाकरे ने जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने के बजाय विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के नेता का पद हासिल करने को अधिक प्राथमिकता दी।’’
बहुजन विकास आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर के इस दावे के बारे में बात करते हुए कि एकनाथ शिंदे फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं, शिरसाट ने कहा कि ऐसे मुद्दों पर फिलहाल चर्चा नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य में इन मुद्दों पर कोई भी फैसला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महायुति द्वारा लिया जाएगा।’’