नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के चेयरमैन विवेक चतुर्वेदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय गिरोह कूरियर और ई-कॉमर्स के जरिये सामानों की बिक्री का फायदा उठा रहे हैं। इससे देश में नशीले पदार्थों की तस्करी का खतरा लगातार बना हुआ है।
चतुर्वेदी ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के 68वें स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में अधिकारियों से उभरते खतरों से निपटने के अपने संकल्प को फिर से दोहराने और तस्करी के स्वरूप का अनुमान लगाने के लिए उन्नत आंकड़ा विश्लेषण का उपयोग जारी रखने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष डीआरआई ने 65 किलोग्राम कोकीन, 225 किलोग्राम मेथामफेटामाइन और लगभग नौ टन गांजा जब्त किया था। डीआरआई नशीली दवाओं की तस्करी के नेटवर्क को खत्म करने के लिए काम कर रहा है।
सीबीआईसी प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारे देश के लिए नशीले पदार्थों का खतरा लगातार बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय गिरोह कूरियर और ई-कॉमर्स बिक्री के साथ-साथ समुद्री मार्गों का फायदा उठाकर देश में सिंथेटिक दवाओं को भेजने के लिए बिल्ली-और-चूहे का खेल जारी रखे हुए हैं।’’
डीआरआई और सीमा शुल्क अधिकारियों ने अप्रैल-अक्टूबर के बीच लगभग 3,365 करोड़ रुपये मूल्य के 3,029 किलोग्राम नशीले पदार्थ जब्त किए हैं।
चतुर्वेदी ने सोने की तस्करी के संबंध में कहा कि यह एक उभरता हुआ मुद्दा बना हुआ है, जिसमें अपराधी हवाई अड्डे के भीतर पहुंच और कार्गो हैंडलिंग परिवेश का दुरुपयोग करके नए-नए तरीके अपना रहे हैं।
सीबीआईसी प्रमुख ने कहा कि डीआरआई ऐसे नेटवर्क को लक्षित कर रहा है, जिनमें समुद्री मार्गों और अपतटीय आपूर्ति श्रृंखलाओं का उपयोग करने वाले नेटवर्क भी शामिल हैं।
डीआरआई ने बीते वित्त वर्ष में, 785 करोड़ रुपये मूल्य का 1,072 किलोग्राम सोना जब्त किया था।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर के बीच, 461 मामलों में 254 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का लगभग 260 किलो सोना भी जब्त किया गया।