नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के विस्तार के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों ने दुनिया भर के देशों को बहुत प्रभावित किया है और ‘‘युवा शक्ति’’ के कारण पूरी दुनिया देश की ओर बड़ी उम्मीदों से देख रही है।
मोदी ने अपने मासिक ‘मन की बात’ संबोधन में कहा, ‘‘आज दुनिया भारत को बहुत आशा के साथ देख रही है। भारत से उम्मीद की सबसे बड़ी वजह है, हमारी युवा शक्ति। विज्ञान के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियां, नए-नए नवोन्मेष, प्रौद्योगिकी का विस्तार इनसे दुनियाभर के देश बहुत प्रभावित हैं।’’
मोदी ने कहा, ‘‘भारत के युवाओं में हमेशा कुछ नया करने का जुनून है और वो उतने ही जागरूक भी हैं। मेरे युवा साथी कई बार मुझसे यह पूछते हैं कि राष्ट्र निर्माण में वो अपना योगदान और कैसे बढ़ाएं? वो कैसे अपने विचार साझा कर सकते हैं। कई साथी पूछते हैं कि मेरे सामने वो अपने विचार को कैसे प्रस्तुत कर सकते हैं?’’
उन्होंने कहा कि ‘‘हमारे युवा साथियों की इस जिज्ञासा का समाधान है ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग’।’’ उन्होंने कहा कि पिछले साल इसका पहला संस्करण आयोजित हुआ था और अब कुछ दिन बाद उसका दूसरा संस्करण आयोजित होने वाला है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगले महीने की 12 तारीख को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ मनाया जाएगा। इसी दिन ‘यंग लीडर्स डायलॉग’ का भी आयोजन होगा और मैं भी इसमें जरूर शामिल होऊंगा। इसमें हमारे युवा नवोन्मेष, फिटनेस, स्टार्टअप और कृषि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। मैं इस कार्यक्रम को लेकर बहुत ही उत्सुक हूं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के भीतर युवाओं को प्रतिभा दिखाने के नए- नए अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से मंच विकसित हो रहे हैं, जहां युवा अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा ही एक मंच है- ‘स्मार्ट इंडिया हैकथॉन’, जो एक और ऐसा माध्यम है जहां ‘आईडिया, एक्शन’ में बदलते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘‘स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2025’ का समापन इसी महीने हुआ है। इस हैकथॉन के दौरान 80 से अधिक सरकारी विभागों की 270 से ज्यादा समस्याओं पर छात्रों ने काम किया। छात्रों ने ऐसे समाधान दिए, जो वास्तविक जीवन की चुनौतियों से जुड़े थे। जैसे यातायात की समस्या।’’
मोदी ने कहा कि पिछले सात से आठ साल में ‘स्मार्ट इंडिया हैकथॉन’ में 13 लाख से ज्यादा छात्र और छह हजार से ज्यादा संस्थान हिस्सा ले चुके हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं ने सैंकड़ों समस्याओं के सटीक समाधान भी दिए हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे समय समय पर इस तरह के हैकथॉन का हिस्सा जरूर बनें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं ने वित्तीय धोखाधड़ी और ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी चुनौतियों के समाधान पर भी अपने विचार सामने रखे। उन्होंने कहा कि युवाओं ने गांवों में डिजिटल बैंकिंग के लिए साइबर सुरक्षा की रूपरेखा पर सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि कई युवा कृषि क्षेत्र की चुनौतियों के समाधान में जुटे रहे।