सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की आईपीओ लाने की फिलहाल कोई योजना नहीं

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नयी दिल्ली, 25 दिसंबर (भाषा) सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की फिलहाल भारत में अपने कारोबार को सूचीबद्ध करने की कोई योजना नहीं है। इसके बजाय कंपनी अपने उत्पादों में कृत्रिम मेधा (एआई) को अपनाने में तेजी लाने और सबसे महत्वपूर्ण विकास बाजारों में से एक में बिक्री बढ़ाने के लिए अपनी उपभोक्ता वित्त इकाई का विस्तार करने पर ध्यान देगी।

सैमसंग के दक्षिण पश्चिम एशिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जे बी पार्क ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ विशेष बातचीत में कहा कि दक्षिण कोरिया की कंपनी भारत में अपने विनिर्माण विस्तार को और मजबूत करना चाहती है। उसने भारत में मोबाइल फोन ‘डिस्प्ले’ के विनिर्माण के लिए कल-पुर्जों की खरीद को लेकर उत्पाद से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत आवेदन किया है।

सैमसंग का दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन विनिर्माण संयंत्र नोएडा में स्थित है। यह हाल के वर्षों में एक प्रमुख निर्यात केंद्र के रूप में विकसित हुआ है।

आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पार्क ने कहा, ‘‘ नहीं, फिलहाल हमारी ऐसी कोई योजना नहीं है। ’’

हुंदै मोटर इंडिया और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी अन्य दक्षिण कोरियाई कंपनियों ने पूंजी जुटाने और स्थानीय स्तर पर अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए आईपीओ का सहारा लिया। वहीं सैमसंग बाजार से वित्तपोषित विस्तार की बजाय आंतरिक विकास को प्राथमिकता दे रही है।

यह रणनीति, प्रतिस्पर्धी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में उत्पादों को अलग पहचान दिलाने के लिए एआई का लाभ उठाने और वैश्विक मांग में नरमी के बीच बिक्री बढ़ाने के लिए वित्त पोषण समाधानों का उपयोग करने के दोहरे उद्देश्य को दर्शाती है।

पार्क ने कहा कि सैमसंग की वृद्धि के अवसरों में निवेश के लिए आवश्यक पूंजी की पर्याप्त आपूर्ति होगी। आईपीओ के अलावा, पूंजी जुटाने के कई अन्य तरीके भी हैं। इसमें संस्थागत ऋण या कॉरपोरेट बॉन्ड शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, कार्यशील पूंजी जुटाने के कई विकल्प मौजूद हैं। अतः सैमसंग की आईपीओ लाने की कोई योजना नहीं है। ’’

सार्वजनिक होने की बजाय परिचालन विस्तार को प्राथमिकता देकर सैमसंग भारत में दीर्घकालिक विकास क्षमता में विश्वास का संकेत दे रहा है। साथ ही अपनी रणनीतिक और वित्तीय दिशा पर कड़ा नियंत्रण बनाए रख रहा है।

पार्क ने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई) भविष्य के सैमसंग उत्पादों की आधारशिला होगी। इनमें से कुछ उत्पादों को अगले महीने लास वेगास (अमेरिका) में आयोजित होने वाली दुनिया की सबसे बड़ी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक और आईटी प्रदर्शनी ‘सीईएस 2026’ में प्रदर्शित किया जाएगा।

अपनी वैश्विक एआई महत्वाकांक्षाओं का उल्लेख करते हुए पार्क ने बताया कि सैमसंग भारत में तीन अनुसंधान एवं विकास केंद्रों और एक डिजाइन केंद्र में 10,000 से अधिक इंजीनियर को रोजगार देता है जो स्थानीय एवं वैश्विक उत्पाद नवाचारों में योगदान करते हैं।

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