रामचरित मानस मधुर अनुपम ग्रन्थ महान जिसके अध्ययन मनन से निर्मल होते प्राण! कथा सुहावन राम की कविवर तुलसीदास भर दी एक एक छन्द में जिनने अमर मिठास ! ‘रामÓ रूप भगवान का, पावन उनका नाम जिनके गुण गायन, भजन सफल करें हर काम ! राम नाम हर दुखी के लिये बड़ा आधार जिसकी सुखप्रद शरण से कटते दु:ख हजार ! राम नाम का स्मरण देता मन को शांति भक्तों को देता है बल, मिटा सकल भव-भ्रांति ! सबका है श्री राम पर मन चाहा अधिकार मन में गहरी भक्ति रख करें उन्हें जो प्यार ! रामकथा मन को सदा देती विमल प्रकाश राम को मन में बसा के कोई न कभी उदास ! रामायण के पाठ में है आध्यात्मिक ज्ञान सबके रक्षक और सखा सदा राम भगवान ! रामकृपा सुखदायिनी तरू की छाँव समान मनोवांछादायी है राम का शुभ गुणगान ! कृपा भाव पर राम के, जिनका है विश्वास सतत सफलता सिद्धि सब आतीं उनके पास !!