नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी मीशो की योजना आईपीओ से प्राप्त 480 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग कृत्रिम मेधा (एआई) एवं प्रौद्योगिकी टीमों के वेतन के भुगतान के लिए करने की है।
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से जुड़े दस्तावेजों से इसकी जानकारी मिली। इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर इस बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या आईपीओ से हासिल राशि का ऐसा (कर्मचारियों के वेतन पर खर्च) उपयोग चिंताजनक होना चाहिए या यह प्रौद्योगिकी प्रतिभा पर दीर्घकालिक दांव लगाने का संकेत है।
आईपीओ से प्राप्त राशि के प्रस्तावित उपयोग का विवरण देते हुए कंपनी ने बताया कि 480 करोड़ रुपये ‘‘ हमारी अनुषंगी कंपनी मीशो टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एआई व प्रौद्योगिकी विकास के लिए मशीन लर्निंग तथा एआई एवं प्रौद्योगिकी दलों के लिए हमारे मौजूदा एवं प्रतिस्थापन कर्मचारियों के वेतन के भुगतान’’ के लिए निर्धारित किए गए हैं।
इसमें कहा गया कि अनुषंगी कंपनी एमटीपीएल में क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के लिए 1,390 करोड़ रुपये और विपणन एवं ब्रांड पहल (एमटीपीएल में) के लिए 1,020 करोड़ रुपये अलग रखे जाएंगे।
कंपनी ने आईपीओ के जरिये 5,421 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए 105-111 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया है। आईपीओ तीन दिसंबर को बोली के लिए खुलेगा और पांच दिसंबर को बंद होगा। बड़े (एंकर) निवेशक दो दिसंबर को शेयरों के लिए बोली लगा पाएंगे।
कंपनी 12 दिसंबर को शेयर बाजार में प्रवेश करेगी।
आईपीओ 4,250 करोड़ रुपये के नए शेयर और 1,171 करोड़ रुपये के 10.55 करोड़ शेयर की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है।