कोलकाता, सात दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राज्य में धार्मिक आधार पर मत विभाजन कर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले ‘कट्टरपंथी और सांप्रदायिक ताकतों’ को बढ़ावा दिया है।
मजूमदार ने यहां एक सामूहिक गीता पाठ के अवसर पर कहा कि यह आयोजन हिंदू समुदाय का एक आध्यात्मिक समागम है और इसे राजनीति से परे रखना रहना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया, “हिंदू मतदाताओं को विभाजित करने की एक स्पष्ट साजिश है।”
मजूमदार ने दावा किया कि 2021 के विधानसभा चुनाव में अधिकांश हिंदू मतदाताओं ने तृणमूल कांग्रेस का समर्थन नहीं किया था।
उन्होंने दावा किया कि समुदाय के कुछ वर्ग ममता बनर्जी के नेतृत्व पर विश्वास नहीं करते।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आध्यात्मिक शक्ति और सामूहिक आत्मविश्वास की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदू समाज ‘असुरक्षित महसूस करता है और एकजुट नहीं हो पाया है’।
मजूमदार के अलावा, पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी और विधायक अग्निमित्रा पॉल सहित भाजपा के कई नेताओं ने ब्रिगेड परेड ग्राउंड में पांच लाख लोगों द्वारा गीता पाठ कार्यक्रम में भाग लिया।
यह कार्यक्रम सनातन संस्कृति संसद द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो विभिन्न मठों और हिंदू धार्मिक संस्थानों से आए भिक्षुओं व आध्यात्मिक गुरुओं का एक समूह है।