यरूशलम, 16 दिसंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर इजराइल की दो दिवसीय यात्रा के तहत मंगलवार को तेल अवीव पहुंचे, जहां वह देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तृत बातचीत करेंगे।
यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भारत के प्रस्तावित दौरे की तैयारियां की जा रही हैं।
नेतन्याहू ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ फोन पर बातचीत की थी, जिसके बाद इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह अपने भारतीय समकक्ष से “जल्द मुलाकात करेंगे।”
इजराइल यात्रा के दौरान जयशंकर का राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग, प्रधानमंत्री नेतन्याहू और विदेश मंत्री गिदोन सार से मिलने का कार्यक्रम है।
यरूशलम में एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के मकसद से चर्चा द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित होगी।”
जयशंकर अबू धाबी से तेल अवीव पहुंचे, जहां उन्होंने प्रतिष्ठित सर बानी यस फोरम में हिस्सा लिया था। अबू धाबी में वह 15 दिसंबर को आयोजित भारत-यूएई संयुक्त आयोग की 16वीं बैठक और भारत-यूएई रणनीतिक संवाद के 5वें दौर में भी शामिल हुए थे।
नेतन्याहू की बहुप्रतीक्षित भारत यात्रा से दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की एक शृंखला शुरू होने की उम्मीद है।
इजराइल के पर्यटन मंत्री हैम काट्ज, उद्योग मंत्री नीर बरकत, कृषि एवं खाद्य सुरक्षा मंत्री एवी डिक्टर और वित्त मंत्री बेजेलल स्मोट्रिच ने साल की शुरुआत में भारत की यात्रा की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को गति मिली थी।
सितंबर में स्मोट्रिच की नयी दिल्ली यात्रा के दौरान भारत और इजराइल ने एक द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद पिछले महीने वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की इजराइल यात्रा के दौरान प्रस्तावित एफटीए के लिए दोनों देशों के बीच संदर्भ की शर्तों (टीओआर) पर दस्तखत हुए थे।
रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों ने पिछले महीने रक्षा, औद्योगिक और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे सह-विकास और सह-उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी को साझा करना संभव हो सकेगा।
भारत और इजराइल ने सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक क्षेत्रों में भी सहयोग का विस्तार किया है, जिसमें फिल्म समारोहों और नृत्य कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही फिल्म निर्माताओं का आदान-प्रदान शामिल है, जिसका उद्देश्य लोगों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करना है।
सोमवार को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और तेल अवीव विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत संस्थान में एक ‘भारत पीठ’ की स्थापना की जाएगी।