नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच हेमांग बदानी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के आक्रामक बल्लेबाज फाफ डु प्लेसी को छोड़ना आसान फैसला नहीं था लेकिन टीम के खेलने की शैली के अनुरूप युवा और अधिक आक्रामक विकल्प के लिये ऐसा करना पड़ा ।
डु प्लेसी आईपीएल कैरियर में चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू और अब खत्म हो चुकी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के लिये खेल चुके हैं । वह पिछले सत्र में दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा थे और अब पाकिस्तान सुपर लीग खेलेंगे ।
बदानी ने जियोस्टार पर ‘टाटा आईपीएल रिटेंशन’ शो में कहा ,‘‘ फाफ डु प्लेसी जैसे खिलाड़ी को छोड़ना आसान नहीं होता । उसे छोड़ने का फैसला कठिन है क्योंकि इतने साल में उसने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हमे लगा कि युवा विकल्प को आजमाने का समय आ गया है जो अधिक आक्रामक हो और हमारी टीम के खेलने की शैली में ढल सके ।’’
आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जैक फ्रेसर मैकगुर्क को छोड़ने के फैसले पर बदानी ने कहा ,‘‘ हमने पिछले सत्र के प्रदर्शन पर उसका समर्थन किया लेकिन हमे लगा कि उस पर नौ करोड़ रूपये खर्च नहीं किये जा सकते । इसलिये उसे छोड़ने का फैसला किया ।’’
वहीं भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि दिल्ली कैपिटल्स के पास अच्छे भारतीय खिलाड़ी हैं लेकिन सलामी जोड़ी पर काम करना होगा ।
उन्होंने कहा ,‘‘ उनके पास अच्छे भारतीय खिलाड़ी हैं । नीतिश राणा बायें हाथ के बल्लेबाज हैं । केएल राहुल, अभिषेक पोरेल और करूण नायर उसे मजबूती देते हैं । अब उन्हें तय करना है कि शीर्ष क्रम पर कौन कहां खेलेगा ।’’