मुंबई, चार दिसंबर (भाषा) देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में परिचालन व्यवधान लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी जारी रहने से 300 से अधिक घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया जबकि कई उड़ानें देर से रवाना हुईं। इस वजह से हजारों यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।
मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि दोपहर तक दिल्ली में इंडिगो की 95, मुंबई में 85, हैदराबाद में 70 और बेंगलुरु में 50 उड़ानें रद्द की गईं। अन्य हवाई अड्डों पर भी उड़ानें रद्द होने और देरी से संचालित होने की बात सामने आई है।
देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों- दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद के संयुक्त आंकड़ों के आधार पर एयरलाइन की समयपालन दर बुधवार को गिरकर 19.7 प्रतिशत पर आ गई जबकि दो दिसंबर को यह 35 प्रतिशत थी।
समय पर उड़ानों के संचालन के लिए चर्चित इंडिगो के उड़ान प्रबंधन में आई इतनी बड़ी गिरावट पर यात्रियों के साथ विमानन क्षेत्र के हितधारक भी सवाल उठा रहे हैं।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने उड़ानों में हो रही भारी देरी और रद्दीकरण को गंभीरता से लेते हुए एयरलाइन से विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है। नियामक ने कहा कि वह मौजूदा स्थिति की जांच कर रहा है और परिचालन सामान्य करने के उपायों पर एयरलाइन से चर्चा कर रहा है।
सूत्रों ने बताया कि इंडिगो हाल के दिनों में चालक दल की भारी किल्लत का सामना कर रहा है। दरअसल उड़ान ड्यूटी की सीमा तय करने वाले नए एफडीटीएल नियम लागू होने के बाद से ही एयरलाइन चालक दल की कमी का सामना कर रही है।
नए नियमों के तहत पायलटों के लिए साप्ताहिक विश्राम समय बढ़ाया गया है और रात में लैंडिंग की संख्या सीमित की गई है ताकि उड़ान सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।
पायलट निकाय फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (एफआईपी) और एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएलपीए) ने इस समस्या के लिए इंडिगो को ही जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि एयरलाइन के पास नियम लागू होने से पहले तैयारी के लिए दो साल का समय था लेकिन उसने भर्ती प्रक्रिया को धीमा रखा।
इसके साथ ही पायलट संगठनों ने डीजीसीए से अनुरोध किया है कि एयरलाइंस को तब तक मौसमी उड़ान समय-सारणी की मंजूरी न दी जाए जब तक वे चालक दल की पर्याप्त उपलब्धता का प्रमाण न दें।
इंडिगो ने बुधवार को अपने बयान में कहा था कि उसकी परिचालन समस्याएं कई कारणों से पैदा हुई हैं जिनमें ‘तकनीकी गड़बड़ियां, शीतकालीन उड़ान समय-सारणी के बदलाव, प्रतिकूल मौसम, बढ़ती भीड़भाड़ और नए रोस्टरिंग नियम’ शामिल हैं।
इंडिगो ने कहा है कि वह इस परिचालन समस्या पर काबू पाने के लिए शुक्रवार तक उड़ानों का संतुलित समायोजन करने जा रही है जिसमें कुछ उड़ानों को रद्द करने के साथ कुछ उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया जाएगा।
इस बीच, इंडिगो की मूल कंपनी इंटर ग्लोब एविएशन का शेयर बीएसई में 2.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,466.55 रुपये पर आ गया।