गुवाहाटी, तीन दिसंबर (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने गोलाघाट स्थित नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) को केंद्र द्वारा ‘नवरत्न’ का दर्जा दिए जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने राज्य के तेल और गैस क्षेत्र में विश्वास जताने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) के रूप में एनआरएल को पहले ‘मिनीरत्न’ का दर्जा प्राप्त था। एनआरएल अब सीपीएसई में 27वीं ‘नवरत्न’ कंपनी बन गई है।
शर्मा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘असम के तेल और गैस क्षेत्र में उनके विश्वास और इसे आगे बढ़ाने में उनके मार्गदर्शन के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभारी हूं। यह मील का पत्थर केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी जी के अटूट समर्थन के बिना संभव नहीं होता।’’
उन्होंने कहा कि यह असम के लिए गर्व का क्षण है।
एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ समय पहले, यह कंपनी अपना पीएसयू (सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम) दर्जा खोने की कगार पर थी, लेकिन केंद्र सरकार के समर्थन से हमने उद्यम की क्षमता में अपना विश्वास जताया और इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। चार वर्षों के भीतर यह एक नवरत्न कंपनी बन गई है।’’
वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक उद्यम विभाग ने मंगलवार को बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एनआरएल को ‘नवरत्न’ का दर्जा दिया है।
एनआरएल में सबसे बड़ी हिस्सेदारी ‘ऑयल इंडिया लिमिटेड’ की है, जिसके पास 69.63 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि असम सरकार की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड की 4.37 प्रतिशत है।
अधिकारियों ने बताया कि ‘नवरत्न’ का दर्जा कंपनी की वित्तीय और परिचालन स्वायत्तता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।