दिल्ली सरकार प्रदूषण और बुनियादी ढांचे पर ‘मिशन मोड’ में काम कर रही है : प्रवेश वर्मा

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नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा ने बृहस्पतिवार को पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह पिछले एक दशक में बुनियादी नागरिक कार्यों को भी पूरा करने में विफल रही, जिससे मौजूदा प्रशासन को कूड़े के पहाड़ों और टूटी सड़कों से लेकर प्रदूषण और यमुना की सफाई जैसे लंबित मुद्दों का समाधान करना पड़ रहा है।

वर्मा ने कहा कि यदि पहले एक भी ठोस काम किया गया होता तो आज शहर को यह स्थिति नहीं झेलनी पड़ती।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने एक भी काम नहीं किया। हमने 20 फरवरी को कार्यभार संभाला और तब से हम लगातार काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि जलभराव को रोकने के लिए मानसून से पहले सड़कों की मरम्मत की गई थी।

मंत्री ने दावा किया कि 20 लाख मीट्रिक टन से अधिक कचरा हटा दिया गया है, मिंटो ब्रिज सहित प्रमुख जलभराव बिंदुओं को ठीक किया गया है और त्योहार बिना किसी व्यवधान के सुचारू रूप से आयोजित किए गए हैं।

उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वायु प्रदूषण का हल एक दिन में संभव नहीं है क्योंकि यह एक पुरानी समस्या है, जिसके लिए निरंतर कार्रवाई की आवश्यकता है।

उनका यह बयान तब सामने आया है जब राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्राधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों के तहत बृहस्पतिवार से दिल्ली के बाहर पंजीकृत गैर बीएस-6 निजी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लागू हो गया और साथ ही उन वाहनों को पेट्रोल पंप पर ईंधन नहीं मिलेगा जिनके पास प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) नहीं होगा।

वर्मा ने पिछली सरकार पर शासन के बजाय ‘‘नाटक’’ करने का आरोप लगाया और पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल का नाम लिए बिना उन पर तंज कसते हुए कहा कि वर्तमान नेतृत्व संकट के समय ‘‘विपश्यना करने नहीं भागता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई समस्या आती है तो मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी उससे निपटने के लिए मौजूद हैं।’’

उन्होंने कहा कि सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए ‘‘मिशन मोड’’ पर काम कर रही है।

प्रदूषण पर विरोध प्रदर्शन के लिए ‘आप’ नेता सौरभ भारद्वाज पर निशाना साधते हुए वर्मा ने कहा कि विरोध केवल पिछले 11 वर्षों की विफलताओं को उजागर करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘टूटी सड़कें और टूटी नालियां पिछले नौ महीनों में अचानक कहीं से नहीं आयी हैं। ये वर्षों की उपेक्षा का परिणाम हैं।’’

वर्मा ने कहा कि सरकार ने दिल्ली यातायात पुलिस के साथ समन्वय में यातायात भीड़ वाले 62 केंद्रों की पहचान की है, जहां यातायात के प्रवाह को आसान बनाने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फ्लाईओवरों पर पानी का छिड़काव करने वाले उपकरण और ‘एंटी-स्मॉग गन’ लगाए जा रहे हैं।

कचरा प्रबंधन पर मंत्री ने कहा कि हरित कचरे के प्रबंधन के लिए पहले कोई गंभीर प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सत्ता में आने के तुरंत बाद छह हरित अपशिष्ट प्रसंस्करण सुविधाओं पर काम शुरू किया।’’

बुनियादी ढांचे पर वर्मा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में कोई नया बुनियादी ढांचा विकसित नहीं किया गया और उन्होंने सड़क निर्माण के लिए केंद्रीय सड़क एवं बुनियादी ढांचा (सीआरएफ) निधि उपलब्ध कराने के लिए केंद्र को धन्यवाद दिया।

उन्होंने यमुना की सफाई और एक व्यापक सीवरेज योजना तैयार करने के लिए एक रूपरेखा पर भी प्रकाश डाला।

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