नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) अक्टूबर में कोयला आयात में मिश्रित रुझान देखा गया, जिसमें सामान्य कोयले के आयात में गिरावट आई जबकि कोकिंग कोयले के आयात में वृद्धि हुई।
कुल कोयला आयात में गिरावट का मुख्य कारण घरेलू बाजार में कोयले की अधिक उपलब्धता रही। वहीं, कोकिंग कोयले के आयात में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह अक्टूबर में 45 लाख टन से बढ़कर पांच लाख टन हो गया। यह बढ़ोतरी मुख्यतः इस्पात उद्योग द्वारा सर्दियों में भंडारण बढ़ाने की गतिविधियों के कारण हुई। कोकिंग कोयला इस्पात उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है।
एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में कुल कोयला आयात 3.9 प्रतिशत घटकर 2.09 करोड़ टन रह गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 2.18 करोड़ टन था।
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, इस्पात निर्माता आमतौर पर सर्दियों से पहले कोकिंग कोयले की खरीद बढ़ाते हैं, ताकि सर्दियों में उत्पादन निर्बाध रूप से जारी रह सके, जब परिवहन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में संभावित बाधाएं रहती हैं। इसी मौसमी मांग के कारण, सामान्य कोयले के आयात में धीमापन के बावजूद कोकिंग कोयले के आयात में वृद्धि देखी गई।
कुल कोयला आयात में गिरावट का मुख्य कारण घरेलू बाजार में कोयले की अधिक उपलब्धता रहा।
कोकिंग कोयले के आयात में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह अक्टूबर में 45 करोड़ टन से बढ़कर 50.4 लाख टन हो गया। इस वृद्धि का मुख्य कारण इस्पात मिलों द्वारा सर्दियों में भंडारण करने की गतिविधियां रही।