नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (भाषा) अदाणी समूह अगले साल रक्षा विनिर्माण में 1.8 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है। सूत्रों ने बताया कि इसके तहत मानवरहित प्रणालियों और उन्नत हथियारों में क्षमताओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने 2025 में लंबी योजना प्रक्रियाओं से आगे बढ़ते हुए त्वरित तैनाती की ओर रुख किया और उसके कुछ सैन्य उपकरणों का उपयोग ऑपरेशन सिंदूर में किया गया।
सूत्रों ने बताया कि अगले साल कंपनी मानवरहित और स्वायत्त प्रणालियों, उन्नत निर्देशित हथियारों, सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक्स, एआई आधारित बहुक्षेत्रीय अभियानों तथा रखरखाव, मरम्मत और प्रशिक्षण अवसंरचना के विस्तार में निवेश करेगी।
हवा, समुद्र और जमीनी क्षेत्रों में स्वायत्त प्रणालियां ऐसे मानवरहित मंच हैं, जो सेंसर, सॉफ्टवेयर और सुरक्षित नेटवर्क के माध्यम से न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ संचालित होती हैं। इससे सैन्य पहुंच का विस्तार होता है और सैनिकों के लिए जोखिम कम होता है।
अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस भारत की सबसे बड़ी एकीकृत निजी क्षेत्र की रक्षा कंपनी के रूप में उभरी है। इसकी क्षमताएं मानवरहित हवाई और जलीय प्रणालियों, प्रतिरोधी यूएएस समाधान और निर्देशित हथियार से लेकर छोटे हथियार और गोला-बारूद, विमान रखरखाव, मरम्मत और प्रशिक्षण तक फैली हुई हैं।
सूत्रों ने बताया कि 2025 में कंपनी के ‘दृष्टि 10 यूएवी’ को भारतीय नौसेना और थल सेना में लंबी अवधि के खुफिया, निगरानी और टोही मिशनों के लिए शामिल किया गया।