हैदराबाद, पांच नवंबर (भाषा) तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच मौन सहमति है। उन्होंने दावा किया कि फॉर्मूला ई रेस मामले में बीआरएस नेता के टी रामा राव पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगने वाली फाइल दो महीने पहले से राज्यपाल के पास अटकी हुई है।
जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में मंगलवार रात यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए रेड्डी ने पूछा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्ववर्ती बीआरएस सरकार के दौरान निर्मित कालेश्वरम परियोजना में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामले में प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के शीर्ष नेता बीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
रेड्डी ने कहा, ‘‘केटीआर ने फॉर्मूला ई रेस के नाम पर एक कंपनी को ठेका देकर 50 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड इकट्ठा किए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सबूतों के साथ मामला दर्ज किया और राज्यपाल से गिरफ्तारी की अनुमति मांगी। फाइल दो महीने से राज्यपाल के पास अटकी हुई है।’’
मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या भाजपा अपनी संभावनाओं का बलिदान देकर बीआरएस को उपचुनाव जीतने में मदद करने की कोशिश नहीं कर रही है। रेड्डी ने दावा किया कि इसका कारण यह है कि भविष्य में बीआरएस का भाजपा में विलय हो जाएगा।