महाबलीपुरम(तमिलनाडु), पांच नवंबर (भाषा) अभिनय से राजनीति में आए विजय ने बुधवार को दावा किया कि उनकी पार्टी टीवीके तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) का मजबूत विकल्प है और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में लड़ाई इन्हीं दो दलों के बीच सीमित होगी।
विजय ने 27 सितंबर को करूर में हुई भगदड़ के बारे में कहा कि लोग मामले की जांच के लिए ‘जल्दबाजी’में गठित एक सदस्यीय आयोग की नियुक्ति पर सवाल उठा रहे हैं, जिसे बाद में उच्चतम न्यायालय ने निलंबित कर दिया, और राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन में घटित घटनाओं के घटनाक्रम को समझाने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया।
करूर भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 60 लोग घायल हुए थे।
तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) के संस्थापक-प्रमुख चेन्नई से लगभग 50 किलोमीटर दूर महाबलीपुरम के एक निजी होटल में पार्टी की विशेष आम परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
द्रमुक के आलोचक रहे विजय ने एक बार फिर सत्तारूढ़ पार्टी और उसके अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को आड़े हाथ लिया।
भगदड़ के बाद की स्थिति का स्पष्ट संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के सामने जो बाधाएं हैं, वे अस्थायी हैं और ‘हम उन सभी को तोड़ देंगे।’
विजय ने दोहराया कि 2026 के विधानसभा चुनाव में लड़ाई द्रमुक और टीवीके के बीच ही सीमित रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मुकाबला केवल दो के बीच है’’ और पार्टी पदाधिकारियों ने जवाब दिया, ‘‘टीवीके और डीएमके।’’
विजय ने कहा, ‘‘यह मुकाबला और कड़ा होने वाला है। टीवीके की 100 प्रतिशत जीत होगी।’’
विजय ने करूर भगदड़ पर कहा कि प्रियजनों की मौत के बाद यह उनके लिए ‘‘अवर्णनीय पीड़ा’’ थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम जिन बाधाओं का सामना कर रहे हैं, वे अस्थायी हैं, वे सभी दूर हो जाएंगी। जब ईश्वर और प्रकृति मानव के रूप में हमारे साथ खड़े हैं, तो हमें कौन रोक सकता है।’’