अगरतला, 30 नवंबर (भाषा) त्रिपुरा सरकार ने उद्योगों से संबंधित मांगों के मद्देनजर युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी दिल्ली और टाटा आईआईएस के साथ दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
ये एमओयू 1,000 युवाओं को उभरते उद्योग की मांगों के अनुरूप नौकरी के लिए प्रशिक्षित करने के वास्ते किए गए हैं, जिससे स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और पलायन कम किया जा सकेगा।
कौशल विकास निदेशक प्रदीप के. ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “पहला समझौता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली के साथ किया गया है, जिसके तहत 500 युवाओं को पांच क्षेत्रों कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ‘मशीन लर्निंग’, ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’, ब्लॉकचेन और 5जी प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया जाएगा।”
आईएचएफसी (आई-हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स, आईआईटी दिल्ली के टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब के सीईओ आशुतोष दत्त शर्मा एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान उपस्थित थे। उन्होंने भविष्य में राज्य में एक क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने में रुचि व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “दूसरे एमओयू के तहत, टाटा आईआईएस (टाटा इंडियन इंस्टीट्यूट आफ स्किल्स) 500 और युवाओं को भारी मांग वाले प्रौद्योगिकी क्षेत्रों जैसे इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन सेफ्टी इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल रोबोटिक सिस्टम इंटीग्रेशन, इलेक्ट्रिक व्हीकल मेंटेनेंस टेक्नीशियन, सीएनसी प्रोग्रामिंग और 3डी प्रिंटिंग ऑपरेशंस में प्रशिक्षित करेगा।”