अमरावती, 27 नवंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट रूप से कहा कि कृष्णा नदी के पानी पर उनके राज्य का अधिकार खोने का कोई सवाल ही नहीं है।
सचिवालय में समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे राज्य के अधिकारों की रक्षा के लिए नदी जल बंटवारे पर निर्णय देने वाले न्यायाधिकरण के समक्ष दृढ़तापूर्वक और मजबूती से अपना पक्ष रखें।
बुधवार देर रात जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘नायडू ने स्पष्ट कर दिया कि कृष्णा नदी के पानी पर आंध्र प्रदेश के अधिकार खोने का कोई सवाल ही नहीं है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश राज्य के विभाजन के बाद 512 टीएमसी पानी आंध्र प्रदेश को तथा 299 टीएमसी पानी तेलंगाना को आवंटित किया गया।
उन्होंने दोनों तेलुगु राज्यों के बीच जल बंटवारे की इस व्यवस्था को जारी रखने का आह्वान किया और कहा कि जल सुरक्षा सभी जिलों के लिए महत्वपूर्ण है और जलाशयों में इस प्राकृतिक संसाधन का विवेकपूर्ण उपयोग किया जाना चाहिए।
इस बीच, अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 25 नवंबर तक राज्य के सभी जलाशयों में 1,095 टीएमसी पानी उपलब्ध है, जबकि रायलसीमा क्षेत्र में भूजल स्तर 7.3 मीटर से बढ़कर नौ मीटर हो गया है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भूजल स्तर में सुधार के उपाय शुरू करने के निर्देश दिए हैं।