पुट्टपर्थी (आंध्र प्रदेश), 22 नवंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को कहा कि पूज्य आध्यात्मिक गुरु श्री सत्य साई बाबा ने लाखों लोगों को सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
श्री सत्यसाई जिले के पुट्टपर्थी में सत्य साई बाबा के जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सत्य साई बाबा ने इस विश्वास का प्रचार किया कि ‘मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है’।
मुर्मू ने कहा, ‘‘श्री सत्य साई बाबा ने इस विश्वास पर जोर दिया कि ‘मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है’… उन्होंने आध्यात्मिकता को नि:स्वार्थ सेवा और व्यक्तिगत परिवर्तन से जोड़ा। साई बाबा ने लाखों लोगों को सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।’’
राष्ट्रपति के अनुसार, सत्य साई बाबा ने अपने अनुयायियों से आध्यात्मिकता को लोक कल्याण के साथ जोड़ने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि यह संतोष की बात है कि इतने सारे देशों में उनके भक्त वंचितों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री सत्य साई बाबा का नि:स्वार्थ सेवा के माध्यम से नि:स्वार्थ प्रेम का संदेश श्री सत्य साई संगठन को सेवा के वास्ते स्वयंसेवा करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘सत्य साई बाबा का संदेश है कि सभी से प्रेम करो, सभी की सेवा करो, सदैव मदद करो और कभी किसी को चोट न पहुंचाओ। यह संदेश शाश्वत और सार्वभौमिक है। सत्य साई बाबा का मानना था कि विश्व हमारी पाठशाला है और सत्य, सदाचार, शांति, प्रेम एवं अहिंसा के पांच मानवीय मूल्य हमारा पाठ्यक्रम हैं।’’
इससे पहले, वह पूर्वाह्न करीब 11 बजे पुट्टपर्थी के श्री सत्य साई हवाई अड्डे पर पहुंचीं और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद वह पूर्णचंद्र सभागार में श्री सत्य साई बाबा के जन्म शताब्दी समारोह के तहत आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल हुईं।